WHO की फंडिंग रोकने के मामले में अपने ही देश में घिरे राष्ट्रपति ट्रंप, समिति ने शुरू की जांच
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वाशिंगटन । अमेरिका में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की फंडिंग रोकने के मामले में सियासत शुरू हो गई है। अमेरिका की विदेश मामलों की समिति ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस फैसले की जांच शुरू कर दिया है, जिसके तहत डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने का ऐलान किया गया था। समिति के अध्यक्ष एलियट एंगेल ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को लिख पत्र में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के वैश्विक महामारी के बीच में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लिए फंडिंग रोकने का निर्णय उल्टा है। यह फैसला दुनिया की जान को जोखिम में डालता है।
डब्ल्यूएचओ पर हमला करना उचित नहीं
वरिष्ठ कांग्रेसी एंगेल ने कहा कि यद्यपि डब्ल्यूएचओ दुनिया भर की सरकारों के बीच समन्वय स्थापित करने में एक आवश्यक भूमिका का निर्वाह नहीं किया, जिसके चलते कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया। वरिष्ठ कांग्रेसी ने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने प्रसार को धीमा करने और महामारी के वक्र को कम करने में मदद करने के लिए अमूल्य प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ पर हमला करना उचित नहीं है इससे कोरोना महामारी की स्थिति और भी विकट हो जाएगी। डब्ल्यूएचओ कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक प्रमुख उपकरण है। कर देगा।