अविश्वास प्रस्ताव LIVE: लोकसभा में बहस जारी, शाम 6 बजे होगी वोटिंग
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नई दिल्लीः केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ पिछले चार वर्षो में विपक्ष के पहले अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों के तीखे तीर चले। चर्चा की शुरूआत करते हुए तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जयदेव गल्ला ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विभाजन और तेलंगाना राज्य के गठन से सबसे ज्यादा नुकसान आंध्र प्रदेश को हुआ। लेकिन आंध्रप्रदेश के लिए संसद के भीतर और बाहर जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं हुए। उन्होंने आंध्र प्रदेश में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए भाषण का हवाला देते हुए कहा कि ‘मोदी ने उस समय कहा था कि कांग्रेस ने मां (आंध्र प्रदेश) को मार दिया और बच्चे (तेलंगाना) को बचा लिया और अगर वह होते तो मां को भी बचा लेते।’
LIVE अपडेट्स
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे में अनियमितता का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में रक्षा मंत्री ने राफेल सौदे को लेकर असत्य बोला।
प्रधानमंत्री मोदी ‘चौकीदार नहीं, बल्कि भागीदार हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए कि राफेल सौदे के प्रारूप को अचानक क्यों बदला गया और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से कांट्रैक्ट लेकर उस उद्योगपति को क्यों दिया गया जिस पर 35 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है।
भाजपा के राकेश सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा, ‘‘यह अविश्वास प्रस्ताव सरकार के कामकाज के विरुद्ध नहीं बल्कि साल 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार फिर बनने के डर से पैदा हुई हताशा में लाया गया है।’’
देश में जवाहरलाल नेहरू से लेकर पिछली संप्रग सरकार तक 70 साल में से 48 साल एक ही परिवार के लोग सत्ता चलाते रहे।
इसमें पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के 10 साल का श्रेय भी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को जाता है। अब भी कांग्रेस सत्ता से तृप्त नहीं हुई है।
राकेश ने कहा कि तेदेपा के जयदेव गल्ला ने अपने बयान में जिन बातों का उल्लेख किया, उस समय कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन आज वे कांग्रेस के साथ खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव रख रहे हैं।
गल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने ये शब्द भूल गए जिसके लिए आंध्र प्रदेश की जनता भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने आंध्र प्रदेश का बंटवारा ‘अलोकतांत्रिक ढंग’ से किया गया और भाजपा ने भी इसमें साथ दिया। कांग्रेस ने जहां सरकार पर किसानों, रोजगार, महिला सुरक्षा जैसे चुनावी वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया वहीं भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने 48 वर्षो के शासन में स्कैम्स (घोटालों) की राजनीति की, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 48 महीने में स्कीम्स (योजनाओं) की राजनीति की है।