अब तक का सबसे बड़ा फैसला कैबिनेट की अहम बैठक शुरू- तेल और गैस को लेकर हो सकता है
कैबिनेट की बैठक शुरू हो गई है.नेचुरल गैस सस्ती होने के बाद CNG और PNG के दाम घट गए- महानगर गैस ने सीएनजी और पीएनजी की खुदरा कीमतें तत्काल प्रभाव से मंगलवार को कम कर दी. CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ऑयल एंड गैस सेक्टर को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है. इस पर से सरकार का नियंत्रण हटाने की तैयारी है. अलग-अलग चरणों में कीमतों से कंट्रोल हटेगा. आपको बता दें कि नेचुरल गैस ( प्राकृतिक गैस) की कीमतें हर छह महीने में केंद्र सरकार तय करती है नेचुरल गैस का इस्तेमाल खाद बनाने वाले ईंधन के तौर पर करती है. साथ ही, बिजली बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है. इसके अलावा घरों में पाइप के जरिए भी गैस सप्लाई की जाती है. वहीं, कारों और अन्य वाहनों में सीएनजी के तौर पर होती है. बीते हफ्ते सरकार ने प्राकृतिक गैस के दाम में 25 प्रतिशत कटौती कर दी. इस कटौती के बाद गैस के दाम 1.79 डॉलर एमएमबीटीयू के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गए है. इसका असर सार्वजनिक क्षेत्र की गैस उत्पादक कंपनी ONGC, ऑयल इंडिया के राजस्व पर पड़ेगा.
हो सकता है अब तक का सबसे बड़ा फैसला- सूत्रों ने बताया की कैबिनेट सेक्टर को डी-रेग्यूलेट करने पर फैसला हो सकता है. इसका मतलब है कि सरकार के नियंत्रण से ये बाहर हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो ये अब तक का सबसे बड़ा फैसला होगा. सूत्रों ने बताया कि इसको लेकर एक पेंच फंस सकता है वो बिहार चुनाव है. अगर कैबिनेट में मंजूरी मिलती है तो सरकार सबसे पहले चुनाव आयोग से मंजूरी लेगी.
मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में गैस वितरण करने वाली कंपनी महानगर गैस ने सीएनजी में 1.05 रुपये प्रति किलोग्राम और घरेलू पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की कीमत में 70 पैसा प्रति घन मीटर की कटौती की है. कंपनी ने कहा कि कीमतों में यह कटौती घरेलू तौर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमतों में सरकार के कमी करने के चलते की गयी है. कीमतों में इस संशोधन के बाद सभी करों सहित सीएनजी की कीमत 47.90 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी की कीमत पहले स्लैब के ग्राहकों के लिए 28.90 रुपये प्रति घन मीटर और दूसरे स्लैब के ग्राहकों के लिए 34.50 प्रति घन मीटर हो गयी.