सुनील गावस्कर ने बताया, भारतीय टीम इस वजह से रचा सकी इतिहास
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जब यह भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुई थी, तब सभी को यही उम्मीद थी कि यह पहली ऐसी भारतीय टीम होगी जो तीनों सीरीज जीतकर घर लौटेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पहले दो टेस्ट मैचों में चौथी पारी में उनकी बल्लेबाजी लड़खड़ा गई, जिसकी वजह से दोनों टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा। बहुत ही मुश्किल पिच पर खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने दिखा दिया कि दक्षिण अफ्रीका की तेज और उछालभरी पिच पर खेलने को तैयार हैं।
इंग्लैंड दौरे की शुरुआत वनडे सीरीज से होगी। ऐसे में भारतीयों के पास टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले पूरा एक महीना होगा। सच्चाई यही है कि टी-20 और वनडे के दौर में भी टेस्ट सीरीज के परिणाम सबसे ज्यादा अहम माने जाते हैं। ऐसे में टेस्ट सीरीज से पहले एक महीना इंग्लैंड में बिताना अच्छी बात है। इससे वहां की परिस्थितियों से तालमेल बैठाने में मदद मिलेगी। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए अभी से योजना बनानी होगी और पहले टेस्ट से पहले कम से कम दो अभ्यास मैच का आयोजन करना होगा। ऐसा करने से भारत को अच्छी शुरुआत मिल सकती है, नहीं तो वहां भी स्थिति दक्षिण अफ्रीका जैसी ही होगी। विराट कोहली जैसे शानदार खिलाड़ी एक दिन पहले पहुंचने के बाद भी बड़ा शतक बना सकते हैं, लेकिन ऐसा सभी खिलाड़ियों के साथ नहीं है। उन्हें परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाने में समय लगता है।
वनडे सीरीज में तो भारत ने एकतरफा जीत हासिल की। हर मैच में भारत के शीर्ष बल्लेबाजों ने कम से कम 30 ओवर खेले और शीर्ष-3 में से किसी न किसी ने सिर्फ सेंचुरियन को छोड़कर हर मैच में शतक जमाया। इस सीरीज जीत की सबसे उत्साहजनक चीज कलाई के दोनों स्पिनरों की गेंदबाजी रही। उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को चकमा दे दिया, जिन्हें पांच मैचों के बाद भी यह समझ नहीं आ रहा है कि गेंद कहां टर्न करेगी।
कुलदीप ने दिखा दिया है कि वह क्रिकेट के लंबे प्रारूप में खेल सकते हैं। बुमराह ने भी सफेद गेंद से लाल गेंद की तरफ बदलाव के साथ प्रभावित किया और मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि युजवेंद्र अपनी स्पिन से भारत को टेस्ट नहीं जिता सकते। इन दोनों की स्पिन की खास बात यह है कि इन्हें पिच से मदद की जरूरत नहीं है। आमतौर पर ये बल्लेबाजों को फ्लाइट और लूप से हवा में ही चकमा दे देते हैं। भारतीय टीम का प्रदर्शन देखकर सच में काफी मजा आया और इसमें कोई शक नहीं है कि वे आखिरी वनडे भी जीत सकते हैं, लेकिन 5-1 के स्कोर के लिए उन्हें बारिश और डकवर्थ लुईस से भी जीतना होगा।
(पीएमजी)