आरोग्य सेतु मामले पर लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई सरकार का बड़ा एक्शन
आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) मामले में सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए लापरवाही बरतने वाले अफसर के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. सूत्रों के अनुसार सरकार ने माना है कि RTI जानकारी देते समय संबंधित अधिकारी से गड़बड़ी हुई है. ऐसे में जिसने भी लापरवाही बरती है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच मंत्रालय के बड़े अधिकारियों को करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि बुधवार को आरोग्य सेतु ऐप पर उठ रहे सवालों पर सरकार ने सफाई पेश की. सरकार ने कहा कि इस ऐप की मदद से कोरोना वायरस बीमारी को रोकने में काफी मदद मिली है. केंद्रीय सूचना आयोग (Central Information Commission) ने आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया था इसको लेकर सरकार को नोटिस भेजा था. इसके जवाब में माईजीओवी (MyGov) और डिजिटल इंडिया (Digital India) के सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा कि नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस ऐप को बनाया है.
सरकार ने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप भारत सरकार के जरिए पब्लिक प्राइवेट मोड पर बनाया गया है. यह ऐप रिकॉर्ड वक्त में तैयार कराया गया है और इसमें किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है और यह पूरी तरह से पारदर्शी है. इस ऐप को लेकर किसी तरह का कोई भी संशन नहीं होना चाहिए और हिंदुस्तान में कोरोना वायरस को रोकने में इस ऐप ने बहुत मदद की है.
सरकार ने कहा कि इस ऐप को रिकॉर्ड 21 दिनों में तैयार कर लिया गया था. दो अप्रैल 2020 से लगातार इस ऐप को लेकर अपडेशन और प्रेस रीलीज शेयर की जा रही हैं. इस ऐप का सोर्स कोड भी ओपन डोमेन में डाला गया है.
ऐसे शुरू हुआ विवाद
नेशनल इंफोर्मेटिक्स ब्यूरो, जो सरकारी वेबसाइट डिजाइन करता है और आईटी मंत्रालय के अंतर्गत आता है, ने एक आरटीआई जवाब में कहा था कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि आरोग्य सेतु ऐप किसने बनाया है और इसे कैसे बनाया गया है. आरोग्य सेतु की वेबसाइट यह भी बताती है कि ऐप को एनआईसी और मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया था.