आपकी जेब में तो नहीं फर्जी नोट? RBI ने पकड़ी 500 और 2000 की हजारों फर्जी नोट
नई दिल्ली। भारत सरकार ने 8 नवंबर 2016 को एक बड़ा कदम उठाते हुए 500 और 1000 के नोटों को रात 12 बजे बंद करने की घोषणा की थी। सरकार ने पुराने नोटों की जगह 500 और 2000 के नए नोट जारी किए थे, जो कुछ समय बाद बैंकों और एटीएम के माध्यम से मिलने शुरू हो गए। विमुद्रीकरण के बाद सरकार को उम्मीद थी कि काले धन के साथ फर्जी नोटों पर भी रोक लगाई जा सकेगी। लेकिन, सरकार के सपने पर पानी फिरता नजर आ रहा है, क्योंकि आरबीआई ने वित्त-वर्ष 2022 में ही 500 रुपये की 79,669 नोटों को डिटेक्ट किया है। अगर इसका कैलकुलेशन किया जाए तो यह एमाउंट 3,98,34500 रुपये होता है। इसकी जानकारी आरबीआई ने एक रिपोर्ट में दी है।
500 और 2000 रुपये की हजारों नोटों का चला पता
आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की तुलना में वित्त-वर्ष 2021-22 में बैंकिंग प्रणाली द्वारा 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या दोगुनी से अधिक बढ़कर 79,669 हो गई है। वहीं, 2021-22 के दौरान 2,000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 13,604 की थी, जो पिछले वित्तीय-वर्ष से 54.6 प्रतिशत अधिक थी।
फर्जी नोटों की संख्या बढ़ी
पिछले वर्ष की तुलना में 10 रुपये, 20 रुपये, 200 रुपये, रुपये के मूल्यवर्ग में पाए गए नकली नोटों में क्रमश: 16.4 प्रतिशत, 16.5 प्रतिशत, 11.7 प्रतिशत, 101.9 प्रतिशत और 54.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वहीं, 50 रुपये और 100 रुपये के मूल्यवर्ग में पाए गए नकली नोटों में क्रमशः 28.7 प्रतिशत और 16.7 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 2021-22 की आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट में यह कहा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 के दौरान, बैंकिंग क्षेत्र में पाए गए कुल FICN में से 6.9 प्रतिशत रिजर्व बैंक में और 93.1 प्रतिशत अन्य बैंकों में पाए गए।
नोटों पर खर्च बढ़ा
बता दें कि 2016 के तत्कालीन प्रचलित 500 और 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के प्रमुख उद्देश्यों में से एक नकली मुद्रा नोटों के प्रचलन को रोकना था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च, 2022 के दौरान सुरक्षा मुद्रण पर किया गया कुल खर्च 4,984.8 करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष (1 जुलाई, 2020 से 31 मार्च 2021) में 4,012.1 करोड़ रुपये था। साथ ही 2021-22 के दौरान गंदे नोटों का निपटान (Disposal) 88.4 प्रतिशत बढ़कर 1,878.01 करोड़ नोट हो गया, जो पिछले वर्ष 997.02 करोड़ था।
कैसे करें असली-फर्जी नोटों की पहचान
कुछ आसान तरीके हैं, जिनसे आप असली और नकली नोट में फर्क कर सकते हैं। जैसे कि लाइट के सामने रखने पर आपको 500 की नोट पर 500 लिखा हुआ नजर आएगा। भारत और India के लेटर्स लिखे दिखाई देंगेइसमें आपको देवनागरी में 500 लिखा दिखाई देगा। महात्मा गांधी की तस्वीर को एकदम सेंटर में दिखाया गया है। पुराने नोट की तुलना में गवर्नर के सिग्नेचर, गारंटी क्लॉज, प्रॉमिस क्लॉज और RBI का लोगो दाहिनी तरफ दिखेगा। नोट के ऊपर में लेफ्ट साइड और नीचे में राइट साइड नंबर बाएं से दाएं की तरफ बड़े होते जाते हैं। नोट में राइट साइड अशोक स्तम्भ है।
इसके अलावा राइट साइड सर्कल बॉक्स में 500 लिखा है और राइट और लेफ्ट साइड की तरफ 5 ब्लीड लाइंस हैं और अशोक स्तम्भ के प्रतीक, महात्मा गांधी की पिक्टर, जो रफली प्रिंट की गई हैं। नोट पर छपाई का इयर लिखा हुआ है। 500 की नोट पर भारतीय ध्वज के साथ लाल किले की पिक्चर प्रिंट है।