अंबाला हवाई अड्डे पर तेजी से स्वागत, 3 किमी क्षेत्र घोषित ड्रोन जोन
चंडीगढ़: अपार सुस्ती और अत्याधुनिक मिसाइलों से लैस पांच राफेल फाइटर जेट्स का पहला जत्था सोमवार को फ्रांस से भारत के लिए रवाना हो गया। पांच विमान 7,000 किमी की दूरी तय करेंगे और कल भारत पहुंचेंगे। राफेल विमान अंबाला में भारतीय वायु सेना के बेड़े का हिस्सा होगा। इसके लिए, अम्बाला हवाई अड्डा भी राफेल विमानों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है।
राफेल विमानों के मद्देनजर अंबाला हवाई ठिकाने के लिए भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही, अंबाला हवाई अड्डे के पास 3 किमी क्षेत्र को ड्रोन जोन घोषित किया गया है। ड्रोन को 3 किमी के भीतर पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो कार्रवाई की जाएगी।
एक ओर, अंबाला हवाई अड्डा राफेल विमानों के स्वागत के लिए पहले से ही तैयार है, लेकिन अब वायु सेना और अंबाला प्रशासन ने हवाई अड्डे के 3 किमी क्षेत्र को ड्रोन जोन घोषित किया है। अंबाला कैंप के डीएसपी राम कुमार ने अंबाला एयरपोर्ट पर सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राफेल विमान को चीनी सीमा से लगभग 300 किलोमीटर दूर अंबाला हवाई अड्डे पर तैनात किया जाएगा। नतीजतन, अम्बाला हवाई अड्डे को भी राफेल विमानों की पृष्ठभूमि के खिलाफ भारी सुरक्षा दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने अंबाला एयरपोर्ट को लेकर कड़े कदम उठाए हैं।
इस बीच, भारत ने फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट से चार साल पहले 59,000 करोड़ रुपये में कुल 36 राफेल विमान खरीदने पर सहमति जताई थी।