PM मोदी ने ट्वीट किया- परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन:हिन्दी दिवस पर इजरायली एम्बेसी ने हिंदी फिल्मों के डायलॉग शेयर किए, तो पीएम ने तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हिन्दी दिवस के मौके पर इजरायल एम्बेसी की तारीफ की। दरअसल, इजरायली एम्बेसी ने हिन्दी भाषा के लिए अपना लगाव दिखाने के लिए हिन्दी फिल्मों के डायलॉग सुनाते हुए एम्बेसी के अधिकारियों का वीडियो शेयर किया था।
इसके जवाब में पीएम मोदी ने एम्बेसी के लिए ट्वीट किया- परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन… ये इस इजराइल एम्बेसी के तीन स्तंभ हैं। भारतीय फिल्मों के डायलॉग के जरिए हिन्दी को लेकर इजराइली दूतावास का यह प्रयास अभिभूत करने वाला है।
इसके साथ ही भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर फिलिप ग्रीन ने हिन्दी मुहावरे सुनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई ऐम्बेसी के लोगों का वीडियो शेयर किया था। इसे लेकर पीएम ने फिलिप ग्रीन के लिए ट्वीट किया- आपके ये दोहे और मुहावरे मंत्रमुग्ध करने वाले हैं! ऑस्ट्रेलिया के राजनयिकों का हिन्दी के प्रति ये लगाव बेहद ही दिलचस्प है।
इजरायली अधिकारियों ने आनंद से लेकर हेरा फेरी के डायलॉग सुनाए
इजरायली अधिकारियों ने मोहब्बतें फिल्म से परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन डायलॉग, ओम शांति ओम फिल्म से एक चुटकी सिंदूर की कीमत, हेरा फेरी फिल्म से देवी प्रसाद घर पर हैं डायलॉग, जब वी मेट का मैं अपनी फेवरेट हूं डायलॉग, आनंद फिल्म से बाबूमोशाय! जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए डायलॉग, फिर हेरा फेरी फिल्म का डेढ़ सौ रुपैया देगा, कभी खुशी कभी गम का डायलॉग बोला।
इसके साथ इजरायल एम्बेसी ने लिखा- लाइट्स, कैमरा, एक्शन! हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! हिंदी सीखने का सबसे मनोरंजक तरीका हैं हिंदी सिनेमा। इजरायल इंडिया ने इस मौके पर हिंदी सिनेमा के अपने पसंदीदा डायलॉग्स को अदाकारी के तरीके से प्रस्तुत किया है। कौन सा डायलॉग आपको सबसे ज्यादा पसंद आया?
ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन के अधिकारियों ने सुनाए हिन्दी मुहावरे
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन के अधिकारियों में से एक ने कबीर का दोहा- काल करे सो आज कर- सुनाया। इसके अलावा अधिकारियों ने कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, जैसा देश वैसा भेष, जहां चाह वहां राह, सांच को आंच क्या, कर्म करो फल की चिंता न करो जैसे मुहावरे सुनाए।