पाकिस्तान: सिंध सरकार के मंत्री ने बीवी को गोली मारने के बाद की आत्महत्या
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पुलिस के अनुसार पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सरकार में मंत्री मीर हजार खान बिजरानी ने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी और उसके बाद आत्महत्या की थी। पुलिस ने शुक्रवार (दो फरवरी) को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ये जानकारी दी। हजार खान बिजरानी और उनकी बीवी का शव उनके कराची स्थित आवास पर गुरुवार (एक फरवरी) को मिला था। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) नेता हजार खान की बीवी फरिहा रज्जाक़ मीडिया पेशेवर थीं। शुक्रवार को कराची साउथ ज़ोन के डीआईजी ने प्रेस को जारी किए गये बयान में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिली जानकारी सार्वजनिक की।
डीआईजी ने मीडिया से कहा कि अभी तक मिले साक्ष्यों, घटना स्थल के मुआयने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस नतीजे पर पहुंची है कि खान ने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी और उसके बाद खुद को उसी बंदूक से गोली मार ली।
पाकिस्तानी अखबार द डॉन के अनुसार पुलिस को गुरुवार दोपहर ढाई बजे सूचना मिली कि बिजरानी और उनकी बीवी का शव उनके घर के पहले तल्ले पर मिला है। पुलिस को रज्जाक़ का शव उनके स्टडी रूम के दरवाजे पर मिला। बिजरानी का शव बेडरूम में काउच के ऊपर मिला। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर सभी सामान जब्त कर लिए। पुलिस ने बिजरानी के घर में लगे सीसीटीवी की फुटेज भी कब्जे में कर लिये हैं।
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों से पूछताछ की जिनमें दो पुलिस सुरक्षाकर्मी और चार घरेलू नौकर शामिल हैं। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार बिजरानी और उनकी बीवी के बीच पिछले कुछ दिनों से किसी बात को लेकर तीखी नोंकझोंक हुई थी। पुलिस को पता चला कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था जिसे बिजरानी के बेटे और अन्य नौकरों ने तोड़कर खोला। नौकरों ने पुलिस से कहा कि उन्होंने बंदूक की गोली की आवाज सुनने के बाद बिजरानी के बेटे को इसकी सूचना दी।
बिजरानी की मौत के बाद उनके गृह कस्बे करमपुर में सभी दुकानों और बाजार बंद हो गये। 10 जुलाई 1946 को सिंध के एक चर्चित राजनीतिक परिवार में जन्मे बिजरानी ने नेशनल कॉलेज कराची से पढ़ाई की थी। राजनीति विज्ञान में परास्नातक बिजरानी ने सिंध मुस्लिम लॉ कॉलेज से एलएलबी भी की थी।
बिजरानी पाकिस्तानी सीनेट और नेशनल एसेंबली दोनों के सदस्य रहे। बिजरानी साल 2013 में हुए चुनाव में सिंद के पीएस-16 जकोबाबाद से चुनाव जीते थे।
फरीहा रज्जाक़ भी साल 2002 में सिंध विधान सभा की सदस्य रह चुकी हैं। रज्जाक़ की माँ निशात अफ़जा भी पंजाब विधान सभा की सदस्य रह चुकी हैं। रज्जाक और उनकी माँ अफजा दोनों ही पीपीपी के टिकट पर चुनाव जीती थीं।