हमारा समर्थन भारत के लिए है, – अमेरिका
वाशिंगटन, 5 फरवरी , : अमेरिका ने कहा है कि वह बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक में गलवान संघर्ष में शामिल एक सैन्य अधिकारी के चयन को लेकर चीन के साथ भारत के विवाद का समर्थन करता है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता नेडे प्राइस ने एक बयान में कहा कि अपने पड़ोसियों को धमकाने और परेशान करने की चीन की कार्रवाई अतीत में त्रुटिपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे मामलों में भारत जैसे सहयोगियों के साथ हमेशा खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन सीमा विवाद को बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं। वरिष्ठ अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो और जिम रिच ने भी चीन के इस कदम की आलोचना की। रुबियो ने एक अन्य उदाहरण के रूप में शीतकालीन ओलंपिक के चीन के राजनीतिक चित्रण की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया कि सैन्य दल से एक अधिकारी का चयन, जिसने मशाल वाहक के रूप में भारतीय बलों पर एक गुप्त हमला शुरू किया था, निश्चित रूप से एक उत्तेजक प्रयास था। रिच ने ट्वीट कर कहा कि इस मुद्दे पर चीन का रुख शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी संप्रभुता बनाए रखने के लिए भारत के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। शुक्रवार को ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में मशाल धारकों की एक टीम में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अधिकारी को शामिल करने की चीन की पसंद को लद्दाख में गलवान घाटी में हमारे सैनिकों पर जून 2020 के जासूसी हमले में फंसाया गया है। भारत गुस्से में था। ओलम्पिक के उद्घाटन और समापन समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। प्रसारभारती ने यह भी खुलासा किया कि दूरदर्शन उद्घाटन और समापन समारोह का सीधा प्रसारण नहीं करेगा।
वेंकट, ekhabar रिपोर्टर,