ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही परमाणु निरस्त्रीकरण करना चाहते हैं किम
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सियोल । उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पहली बार समय सीमा तय की है। वह इस प्रक्रिया को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही पूरा कर लेना चाहते हैं। किम ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ तीसरी शिखर वार्ता के लिए भी सहमति दे दी है। दोनों नेताओं की यह वार्ता 18 से 20 सितंबर को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में होगी।
मून के विशेष दूत चुंग ईयू-योंग ने गुरुवार को यह जानकारी दी। योंग के नेतृत्व में दक्षिण कोरिया के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को प्योंगयांग के दौरे पर किम से मुलाकात की थी। वहां से लौटने पर योंग ने कहा, ‘किम और मून परमाणु निरस्त्रीकरण के संबंध में व्यावहारिक उपायों पर चर्चा करेंगे। किम ने दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उन्हें ट्रंप पर यकीन है। वह जनवरी, 2021 में ट्रंप का पहला कार्यकाल समाप्त होने से पहले परमाणु निरस्त्रीकरण और अमेरिका के साथ शत्रुतापूर्ण संबंधों को खत्म करना चाहते हैं।’
अमेरिका-उत्तर कोरिया में दूर हो सकता है गतिरोध
किम और मून की शिखर वार्ता से उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच परमाणु मसले पर गतिरोध दूर हो सकता है। दोनों देशों में यह गतिरोध पिछले महीने उस समय पैदा हो गया था जब ट्रंप ने विदेश मंत्री माइक पोंपियो का उत्तर कोरिया दौरा रद कर दिया था। उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण में प्रगति नहीं होने को इसका कारण बताया था। इससे पहले गत 12 जून को सिंगापुर में ट्रंप और किम के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता हुई थी। इसमें कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त करने की दिशा में काम करने और वार्ता जारी रखने पर सहमति बनी थी। लेकिन तब से इस मसले पर कोई खास प्रगति नहीं हुई।