पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक के खिलाफ एनआईए ने दायर की चार्जशीट
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के पूर्व वीजा काउंसलर अमीर जुबैर सिद्दकी के खिलाफ भारत के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमले की साजिश रचने और पाकिस्तान में छपी नकली भारतीय मुद्रा का प्रसार करने के लिए चार्जशीट दायर किया है। एनआईए ने यह चार्जशीट गुरुवार को चेन्नै की विशेष अदालत में दाखिल की।
एनआईए के जांचकर्ताओं ने संदिग्ध आईएसआई एजेंट जाकिर हुसैन की गिरफ्तारी के बाद सिद्दकी की कथित भूमिका का खुलासा किया। हुसैन ने तमिलनाडु में प्रमुख प्रतिष्ठानों की तस्वीरें ली थीं। अदालत ने हुसैन को पांच जेल की सजा सुनाई है। जिन प्रमुख प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने की बात थी उनमें चेन्नै में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास, बेंगलुरु में इजरायली वाणिज्य दूतावास, विशाखापत्तनम में ईस्टर्न नेवल कमांड और देशभर के बंदरगाह शामिल हैं।
वर्ष 2013 में तमिलनाडु पुलिस की सीआईडी की क्यू ब्रांच ने हुसैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उस पर पाकिस्तानी एजेंट के रूप में जासूसी का आरोप था। हुसैन को विदेशी वाणिज्य दूतावासों, रक्षा और परमाणु प्रतिष्ठानों में विस्फोट करने की जिम्मेदारी दी गई थी। उसके पास से आपत्तिजनक दस्तावेज और नकली भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी।
पूछताछ में हुसैन ने स्वीकार किया कि वह पाकिस्तानी उच्चायोग के पूर्व वीजा काउंसलर अमीर जुबैर सिद्दकी के लिए काम कर रहा था। एनआईए जांच में पता चला कि दोनों ने कोलंबो में मुलाकात भी की थी। इस दौरान सिद्दकी ने हुसैन को महत्वपूर्ण स्थानों की सूचना इकट्ठा करने के लिए कहा था।