हाल के चीन दौरे पर पीएम मोदी की इस बात से अचंभे में पड़ गए चीनी अधिकारी, क्या आप जानते हैं?
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चीन के वुहान में अनौपचारिक समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बात से तमाम चीनी अधिकारी अचंभित हो गए थे। यह जानकारी शनिवार को भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने दी। दरअसल, राष्ट्रपति शी के साथ मीटिंग के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हुबेई में यह उनका दूसरा दौरा है जिससे चीनी अधिकारी में हैरत में पड़ गए क्योंकि सभी द्विपक्षीय और आधिकारिक दौरे पर उनकी निगाह होती है।
पहले भी वुहान जा चुके हैं मोदी
चीन के वुहान में चीन के राष्ट्रपति व भारत के प्रधानमंत्री के बीच 27 अप्रैल से शुरू हुए दो दिवसीय अनौपचारिक समिट पर आयोजित सेमिनार के भागीदारों को लुओ ने बताया, ‘हम नहीं जानते थे कि प्रधानमंत्री पहले भी वुहान आ चुके हैं। मोदी ने शी को बताया कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्हें सेंट्रल चीन के हुबेई प्रांत जाने का मौका मिला था। यहां वे ‘थ्री जार्ज डैम’ के बारे में जानने के लिए स्टडी टूर पर आए थे।
चीनी प्रोजेक्ट से प्रभावित प्रधानमंत्री
2001 अक्टूबर से 2014 मई तक मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। मोदी ने चीनी राष्ट्रपति से कहा, ‘जिस गति व पैमाने के साथ आपने इस डैम का निर्माण किया उसने मुझे प्रेरित किया।‘ दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट थ्री जार्ज प्रोजेक्ट शक्तिशाली यांग्त्ज़ी नदी पर एक बहुआयामी जल नियंत्रण प्रणाली है। इसमें 2,309 मीटर लंबा और 185 ऊंचा 32 हाइड्रोपावर टर्बो जेनरेटर लगा है। इसके अलावा इसमें शिप लॉक और शिप लिफ्ट सिस्टम भी है।
चीन ने रखा खास ख्याल
चीन द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया। लुओ ने बताया, ‘चीन की ओर से वुहान में प्रधानमंत्री मोदी के लिए आरामदायक सुविधाएं उपलब्ध करायी गयीं। उनके साथ मौजूद एंबेस्डर के पास गुजरात के टेबल क्लॉथ और असम की चाय भी थी।‘ अपने कार्यकाल के पांच वर्षों में प्रधानमंत्री पांच बार शी से मिल चुके हैं। लुओ ने जानकारी दी कि चीनी अधिकारियों को पता चला है कि प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात का टेबल क्लॉथ पसंद आया। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें चीन की चाय नहीं दी असम की चाय पिलाई।‘
स्पेशल डिजायन वाला था मेन्यू कार्ड
पीएम मोदी के लिए आयोजित किए गए लंच के लिए चिनफिंग ने स्पेशल डिजायन का मेन्यू कार्ड बनवाया था।
भारतीयता की झलक वाले कार्ड में भारत की राष्ट्रीय ध्वज के रंग हैं, जिससे यह ज्ञात हो गया कि इसका डिजाइन भी काफी विचार के बाद फाइनल किया गया होगा।
शी की नजरों में पीएम मोदी
प्रोटोकॉल तोड़ प्रधानमंत्री का स्वागत करने वाले शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा, ‘राष्ट्रपति बनने के बाद पांच सालों में विदेशी मेहमानों को रिसीव करने मैं बीजिंग से बाहर मात्र दो बार गया हूं। दोनों बार आपके लिए। पहली बार 2015 में शियान गया था दूसरी बार आज।‘
‘नेबरहुड फर्स्ट’
राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दोनों देशों के निवासियों को आपस में जोड़ने को लेकर सांस्कृतिक साझा काय राजदूत ने कहा कि पीएम मोदी ने शी चिनफिंग से भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ की नीति पर बात की। शी ने मोदी से अपने मेड इन चाइना 2025 विजन, क्लाइमेट चेंज और अन्य चीजों को लेकर बात की।
इस साल अलग-अलग मौकों पर मोदी और शी चिनफिंग के बीच और तीन मुलाकातें होनी हैं। किंगदाओ में SCO बैठक, जुलाई में साउथ अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन और अर्जेंटीना में जी-20 सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात होनी है।