पीएम आवास के नाम पर 5.98 लाख का गमन
जहां एक ओर की केन्द्र सरकार और राज सरकार गरीब जनता के लिए आवास मुहैया करा रही है तो वहीं पर एक ही ब्लॉक में तकरीबन 22 साल तक तैनात रहने वाले पंचायत सचिव की जड़ें इतनी मजबूत हो गई हैं। कि उसने सरकारी योजना का बंदरबांट करने में गुरेज नहीं किया आपको बता दें हम बात कर रहे हैं। विकासखंड विजयपुर मैं तैनात रहे। ग्राम पंचायत अधिकारी पंचायत सचिव रामकुमार सिंह से संबंधित है। वीडियो विजयीपुर गोपीनाथ पाठक में उनके संबंध में जिला अधिकारी संजीव सिंह को पत्र लिखकर अवगत कराया है।वीडिओ में डीएम को लिखे पत्र में बताया है। कि राजकुमार सिंह ने फर्जी आईडी जनरेट करके प्रधानमंत्री आवासो के नाम पर 5 लाख 98 हजार से अधिक की सरकारी धनराशि की रकम का बंदरबांट कर दिया है।ग्राम पंचायत अधिकारी राजकुमार सिंह 30 मई 1998 से15 सितम्बर 2020 तक पूरे 22 साल तैनात रहे।इनकी मौजूदा तैनाती मलवां ब्लॉक में है। राजकुमार सिंह ने 2016 का 2017 मैं 2019 से 2020 तक फर्जी आईडी बनाकर पीएम आवास की अनुदान की धनराशि में 5.60 लाख और मनरेगा अंश का गबन कर लिया बीडीओ ने राजकुमार सिंह से गबन की गई सरकारी धनराशि के वसूली किए जाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा उनको नोटिस थमाया गया है।*इस तरह से हुआ घोटाला खाया गया सरकारी पैसा*●सरौली गांव में राजपति देवी पत्नी हीरा सिंह के नाम पर पीएम आवास मे 1.20 लाख औंर मनरेगा अंश का 14.196 रुपये निकाले गए।●सरौली मे ही इंदल सिंह पुत्र सूर्यभान सिंह के नाम पर पीएम आवास में1.20 लाख और मनरेगा अंश 5016 रुपये निकाला गया।●कछरा गांव के देवशरन पुत्र भुईयादीन के नाम पर पीएम आवास का 1.20 लाख और मनरेगा अंश का 4550 रुपये निकाले गए।●गढा गांव की मीना पत्नी अवधेश के नाम पर पीएम आवास का 40 हजार निकाला गया।●गढा गांव मे ही रामबरन पुत्र पीताम्बर के नाम पर पीएम आवास का 40 हजार निकाला गया ।●महेशपुर मठेठा गांव के मुन्नू पुत्र गया प्रसाद के नाम पर पीएम आवास ₹40000 निकाला गया। ●गढ़ा गांव के गोधनी पत्नी अर्जुन के नाम पर पीएम आवास का ₹80000 निकाला गया।
रिपोर्टर नागेंद्र सिंह