Loksabha Election 2019: दिग्विजय सिंह ने स्वीकारा चैलेंज, बोले- मैं चुनाव लड़ने को तैयार
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के हौंसले बुलंद है। विधानसभा चुनाव की कामयाबी दोहराने के लिए रणनीति बनाई जा रही है। इसी रणनीति के तहत मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से प्रदेश की सबसे मुश्किल सीट से चुनाव लड़ने की अपील की थी। इस पर दिग्गी राजा ने भी ट्वीट कर चुनौती स्वीकार की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, “मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से 77 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था, चुनौतियों को स्वीकार करना मेरी आदत है। जहाँ से भी मेरे नेता राहुल गांधी जी कहेंगे मैं लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार हूँ।
वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी ट्वीट कर धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मप्र में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया। उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूँ।
दरअसल मुख्यमंत्री कमलनाथ का इशारा इंदौर लोकसभा सीट की तरफ था। तीन दशक से ज्यादा समय पहले कांग्रेस से इंदौर लोकसभा सीट भाजपा ने छीन ली थी। तब से अब तक सांसद बनी सुमित्रा महाजन केंद्रीय मंत्री से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक का सफर तय कर चुकी हैं। ऐसे में कांग्रेस इस बार भाजपा के इस अभेद्य किले में सेंध लगाना चाहती है और इस काम की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह को दी जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि राजगढ़ और इंदौर में दिग्विजय सिंह का मजबूत जमीनी नेटवर्क है। दोनों ही जगहों पर उनके पास मजबूत टीम है।
इंदौर में पूर्व मंत्री महेश जोशी, अश्विन जोशी से लेकर रघु परमार, पूर्व आईडीए उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, अर्चना जायसवाल से लेकर सिंह के तमाम वफादार लोगों का खेमा है। साथ ही मौजूदा मंत्री जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट से लेकर पहले चुनाव लड़ चुके सत्यनारायण पटेल भी सिंह के लिए काम करेंगे। ऐसे में सभी गुटों के सिंह के लिए एकजुट होने के समीकरण इंदौर को सिंह के लिए आसान सीट बना रहे हैं।