लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर दाखिल ग्लोबल आतंकी घोषित, 1997 से 2001 तक भारत में हुए हमलों में था शामिल
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वॉशिंगटन. लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अब्दुल रहमान अल-दाखिल को अमेरिका ने मंगलवार को ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया। वह जम्मू में सक्रिय था और 1997 से 2001 के बीच भारत में हुए आतंकवादी हमलों की साजिश में शामिल था। वह काफी समय से अमेरिका में प्रतिबंधित विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) का भी सदस्य था।
अमेरिका ने मंगलवार को तीन ऐसे आतंकियों (हमीद उल हसन, अब्दुल जब्बार और अब्दुल रहमान अल-दाखिल) की संपत्ति जब्त की, जो लश्कर से ताल्लुक रखते थे। हमीद और अब्दुल जब्बार के पास लश्कर के पैसों और उसके सदस्यों को तनख्वाह देने की जिम्मेदारी थी। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ माना जाता है।
इराक में गिरफ्तार हुआ था दाखिल: अब्दुल को अमेरिकी सेना ने 2004 में इराक से गिरफ्तार किया था। 2014 में पाकिस्तान भेजने से पहले उसे इराक और अफगानिस्तान में कैद रखा गया। पाकिस्तान में रिहा होने के बाद दाखिल लश्कर-ए-तैयबा के साथ दोबारा काम करने लगा। 2016 में उसे जम्मू का डिवीजनल कमांडर बना दिया गया। अब वह लश्कर-ए-तैयबा का सीनियर कमांडर है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने दाखिल के प्लान और आतंकी हमलों की तैयारी के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।