भारत-नेपाल दो देशों के बीच सीमा मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने पर सहमत
नई दिल्ली, 4 अप्रैल: भारत और नेपाल सीमा मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने पर सहमत हुए हैं। भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देव बा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर वे दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने पर सहमत हुए। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद भी चर्चा में आया। मोदी ने मांग की कि इस मुद्दे को हल करने के लिए एक द्विपक्षीय तंत्र स्थापित किया जाए, जबकि मोदी ने अवांछित ताकतों द्वारा दोनों देशों के बीच असुरक्षित सीमाओं के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की।
दोनों नेताओं ने मिलकर नेपाल में पहली भारत-नेपाल ब्रॉडगेज रेल लाइन, बिजली आपूर्ति लाइन और रुपया भुगतान प्रणाली का वस्तुतः शुभारंभ किया। रेलवे और बिजली क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। देव बा तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। पांचवीं बार पीएम बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। वार्ता के बाद विदेश सचिव श्रृंगला ने मीडिया से कहा कि दोनों देश सीमा मुद्दे का राजनीतिकरण किए बिना बातचीत के जरिए जिम्मेदारी से समाधान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह भारत-बांग्लादेश सीमा मुद्दे का सामंजस्यपूर्ण समाधान था, उसी तरह नेपाल के साथ संघर्ष का भी समाधान था। दोनों देशों की सीमा से लगे लिम्बियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख के भारतीय क्षेत्रों के नए नक्शे के प्रकाशन को लेकर नेपाल सरकार 2020 से विवादों में घिरी हुई है।
वेंकट, ekhabar रिपोर्टर,