Income Tax: 2 करोड़ लोगों ने टैक्स रिटर्न भरा पर इनकम टैक्स बिल्कुल भी नहीं दिया
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नई दिल्ली: सरकार के प्रयासों के कारण पिछले 4 साल में टैक्स भरने वालों की संख्या में 80 फीसदी का इजाफा हुआ है। 2013-14 में सिर्फ 3.31 करोड़ लोगों ने टैक्स रिटर्न भरा वहीं 2017-18 में इनकी संख्या बढ़कर 6.85 करोड़ हो गई। इनमें से अधिकतर लोग टैक्स नहीं चुका रहे हैं। टीओआई के मुताबिक देश में 2.02 करोड़ ऐसे लोग हैं जिन्होंने रिटर्न तो भरा है पर वो इनकम टैक्स भरने के दायरे में नहीं आते हैं। इस तरह की 3.09 लाख कंपनियां भी हैं।
टैक्स भरने वाले कम लोगों की संख्या ये संकेत देती है कि अभी भी बड़े पैमाने पर लोग टैक्स की चोरी कर रहे हैं। देश में 8.6 लाख डॉक्टर हैं पर इनमें से आधे भी टैक्स नहीं भरते हैं। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि की देश में अभी भी सिर्फ 13 हजार नर्सिंग होम ही टैक्स भर रहे हैं। ये संख्या टैक्स भरने वाले 14,500 फैशन डिजाइनर्स से भी कम है।
साल 2017-18 में महाराष्ट्र के लोगों ने 38.3 फीसदी टैक्स दिया। वहीं दिल्ली के लोगों ने कुल टैक्स में 13.7 फीसदी का योगदान दिया। 5 लाख के ब्रैकेट में 2.55 करोड़ लोगों ने रिटर्न भरा और 1,21,284 लाख रुपए टैक्स दिाय। 1 करोड़ से ऊपर के ब्रैकेट में 14,068 रिटर्न भरते गए। इन्होंने 35,464 करोड़ रुपए टैक्स दिया।
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2014-15 से 2017-18 के बीच सैलेराइड और नॉन सैलेराइड लोगों के बीच फासला बढ़ा। इन तीन सालों में सैलेराइड टैक्सपेयर्स की संख्या 1.70 करोड़ से बढ़कर 2.33 करोड़ हो गई। यह 37 प्रतिशत की वृद्धि है। वहीं इस अवधि में नॉन सैलेराइड टैक्सपेयर्स की संख्या 1.95 करोड़ से 2.33 करोड़ हो गई।
CBDT के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कहा कि विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि ईमानदार करदाताओं का सम्मान और उनकी हमेशा मदद की जाए। वहीं कर चोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी और अभियोजन कार्रवाई की जाएगी।