मंडला-डिंडौरी में सीएम ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को बांटा बोनस, की कई योजनाओं की घोषणा
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मंडला। सीएम ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए बनी मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना को प्रदेश के लाखों श्रमिकों की तस्वीर और तकदीर बदलने वाली योजना बताते हुए कहा कि, इस योजना के माध्यम से कमजोर वर्ग के लोगों के जीवन में बदलाव आयेगा और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
मंडला जिले के ग्राम अंजनिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहकों के बोनस वितरण और असंगठित श्रमिकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने यहां राज्य स्तरीय आयरन और आयोडीन युक्त वन्या प्लस डबल फोर्टीफाइड नमक वितरण योजना का डिजीटल बटन दबाकर शुभारंभ किया। साथ ही इस योजना से संबंधित प्रचार सामग्री और मार्गदर्शिता का विमोचन किया।
CM ने साल 2016 की बोनस राशि का किया वितरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस योजना से 20 जिलों के 89 आदिवासी बाहुल्य वाले विकासखंडों के हितग्राही लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने 29 करोड़ 16 लाख 51 हजार रुपये से अधिक की लागत के निर्माण कार्यों का भूमि पूजन और 18 करोड़ 55 लाख रूपये से अधिक के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने मंडला जिले के तेंदूपत्ता संग्राहकों को 18 करोड़ 68 लाख 40 हजार रुपये और डिण्डौरी जिले के तेंदूपत्ता संग्राहकों को 6 करोड़ 28 लाख रुपये के साल 2016 की बोनस राशि का वितरण किया।
’13 जून से जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू’
मुख्यमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के जिन श्रमिकों का एक अप्रैल से 30 मई तक पंजीयन हो चुका है, उन्हें आगामी 13 जून से शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। प्रदेश की सभी जनपद पंचायतों में 13 जून को एक वृहद् कार्यक्रम कर योजना से लाभान्वित करने का काम प्रारंभ किया जाएगा। इस योजना में पंजीकृत श्रमिक के आवेदन को मान्य कर उन्हें इस योजना से लाभान्वित किया जायेगा।
‘भूमिहीन श्रमिकों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था’
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि, इसके बाद यह योजना पंचायत और नगर स्तर से क्रियान्वित की जायेगी, जिसकी निगरानी के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई जायेगी जिसमें एक अनुसूचित जनजाति और एक महिला सदस्य भी शामिल रहेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि, हर पंजीकृत भूमिहीन श्रमिक को रहने के लिए आवासीय पट्टा, पक्का मकान और उनके बच्चों को निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था होगी।
‘महिला स्व-सहायता समूह ही बनायेगा पोषण आहार’
उन्होंने प्रसूति सहायता योजना के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, महिला को प्रसूति के पूर्व 6 से 9 माह की गर्भ अवस्था के दौरान 4 हजार रुपये पोषण के लिए और प्रसव के उपरांत 12 हजार रुपये मां और बच्चे के पोषण के लिए दिया जावेगा। यह राशि महिला के खाते में जमा की जाएगी। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूह को सुदृढ़ करने पर बल देते हुए कहा कि, अब महिला स्व-सहायता समूह ही पोषण आहार बनायेगा और गणवेश की सिलाई का कार्य भी करेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।
‘गरीबों को 200 रुपये प्रति माह की दर पर बिजली उपलब्ध’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगभग साढ़े 37 लाख ऐसे गरीब हैं, जिनके पास पट्टा और पक्का मकान नहीं है। ऐसे लोगों को 4 साल में प्रतिवर्ष 10 लाख पक्के मकान का निर्माण कर दिये जायेंगे। इसके साथ ही 4 साल में कोई गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि बिजली के अधिक बिल आने पर गरीबों को 200 रुपये प्रति माह की दर पर बिजली उपलब्ध कराई जायेगी, किंतु इसके अंतर्गत सीमित मात्रा में एक बल्ब, एक पंखा और एक टी.व्ही. का उपयोग हितग्राही कर सकेंगे।
‘अंजनिया-मवई में शासकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा’
इस दौरान जेईई में चयनित मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान करते हुए सीएम ने कहा कि, पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा दिलायें इसकी फीस सरकार भरेगी। पंजीकृत श्रमिकों और उनके परिवार के लोगों की गंभीर बीमारियों का इलाज निजी अस्पतालों में कराये जाने पर उपचार की राशि सरकार द्वारा दी जायेगी। सीएम ने अंजनिया और मवई में एक-एक शासकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।
‘सीएम ने संग्राहक महिलाओं को पहनाई चरण पादुका’
सीएम ने प्रारंभ में कन्या पूजन और कन्याओं का तिलक किया तथा दीप प्रज्जवलित कर व महात्मा गांधी, पं.दीनदयाल उपाध्याय और रानी दुर्गावती की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने जे.ई.ई. की परीक्षा में सफल होने वाले 75 विद्यार्थियों के साथ फोटो सेशन में भाग लिया। उन्होंने प्रतीक स्वरूप सेवंती बाई, गलियारी बाई, सत्यवती बाई और लमिया बाई को तेंदूपत्ता बोनस की राशि, साड़ी, पानी की कुप्पी और चरण पादुका प्रदान की तथा स्वयं इन तेंदूपत्ता संग्राहक महिलाओं को चरण पादुका पहनाई।
असंगठित मजदूरों को स्मार्ट कार्ड किए वितरित
उन्होंने लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत कुमारी आरोही पटेल, कुमारी अहाना झारिया और कुमारी आस्था झारिया को लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत 1.18 लाख रुपये की राशि के प्रमाण पत्र प्रदान किये तथा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना और वन्या प्लस डबल फोर्टीफाइड नमक वितरण योजना के अंतर्गत गोदावरी झारिया, शशि बाई, हसिया बाई और नीमा बाई को रसोई गैस और आयोडीन/आयरनयुक्त नमक के पैकेट वितरित किये। उन्होंने असंगठित मजदूरों को स्मार्ट कार्ड भी वितरित किये।