कांग्रेस पर जमकर बरसे गुजरात सीएम, बताया राज्य के लिए दुर्भाग्य
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नई दिल्लीः हाल के दिनों में गुजरात में कोरोना के संक्रमण तेजी से बढ़े हैं. शुरू में तो हालात यहां काबू में थे, लेकिन बाद में स्थिति थोड़ी बिगड़ी. गुजरात एक ऐसा राज्य है जो भले ही आबादी में पांच फीसदी हो लेकिन जीडीपी में साढ़े सात फीसदी का योगदान देता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां के सीएम रह चुके हैं और अब इसकी कमान विजय रुपाणी के हाथ में है. जी हिंदुस्तान से बातचीत में उन्होंने प्रदेश की ताजा स्थिति साझा की.
तबलीगी जमात के कारण गुजरात मे बढ़े केस-सीएम
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बातचीत की शुरुआत में ही तबलीगी जमात के बारे में कहा. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद और सूरत में ही 75 प्रतिशत मामले हैं. प्रदेश के बाकी के अधिक हिस्से में संक्रमण रोकने में हम सफल रहे. अहमदाबाद और सूरत में जो अचानक से मामले बढ़े वह तबलीगी जमात के कारण बढ़े. अहमदाबाद में काफी घनी बस्तियां हैं, इन बस्तियों में ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग ही रहते हैं. जमात के लोग इन बस्तियों में लोगों से खुले आम मिलते रहे और सरकार से ट्रैवल हिस्ट्री भी छिपाई.
गुजरात का डिस्चार्ज रेट बढ़ा
नियंत्रण के लिए सरकार ने टेस्टिंग की कार्रवाई, क्वारंटाइन करना, लोगों की जांच आदि पर तेजी से जोर दिया. यह कार्रवाई लगभग 15-16 अप्रैल से लेकर 28-29 अप्रैल तक की. उन्होंने कहा कि गुजरात में केवल 5253 ही कोरोना के एक्टिव मामले हैं. अब तक 3753 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. अभी गुजरात का डिस्चार्ज रेट लगभग 38 प्रतिशत है जो कि पिछले हफ्ते के 18 प्रतिशत से काफी अधिक है. आगे भी स्थिति बेहतर होगी, भरोसा है. इसके बाद लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अर्धसैनिक बल मुहैया कराए गए. पुलीस और अर्धसैनिक बलो की मदद से अहमदाबाद मे अच्छा काम हुआ है. आज अहमदाबाद में स्थिति काफी बेहतर हो गई है.
एम्स के डाक्टरों की टीम से मिला प्रोत्साहन
गुजरात में मामले बढ़ने के बाद सीएम विजय रूपाणी ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की और कोरना के विशेशज्ञ एम्स के सीनियर डॉक्टर्स की एक टीम गुजरात भेजने का अनुरोध किया. सीएम ने बताया कि एम्स के डाइरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरीया की टीम अहमदाबाद के एसवीपी और सिविल हॉस्पिटल का दौरा करने पहुंची. टीम ने ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को लेकर संतोष व्यक्त किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा है कि सिविल हॉस्पिटल और एसवीपी हॉस्पिटल में जो ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल है वो एम्स के जैसा ही है. हमारी लड़ाई परफैक्ट है और इसमें हमारी विजय होगी.
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन की विदेशों में भी आपूर्ति
सीएम के मुताबिक गुजरात काफी भाग्यशाली है कि यहां फार्मा कंपनियां बड़े पैमाने पर हैं. सन फार्मा, ज़ाइडस, कैडिला जैसी फार्मा कंपनियां विश्व की अग्रणी कंपनियां हैं. ये न केवल गुजरात और भारत देश, बल्कि दुनिया के लिए दवाई की आपूर्ति करने में सक्षम हैं. गुजरात में भी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवाई की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है और साथ ही, भारत सरकार के अनुरोध पर हम इस दवाई को दूसरे राज्यों और दूसरे देशों को भी उपलब्ध करा रहे हैं.
लोकल लेवल पर मास्क-सैनेटाइजर का किया उत्पादन
शुरुआत में ऐसी स्थिति बनी थी, जहां लोगों ने बड़े स्तर पर सैनिटाइज़र और मास्क खरीदना शुरू कर दिया था. लेकिन गुजरात ने लॉकडाउन के दौरान बड़े स्तर पर लोकल लेवल पर मास्क और सैनिटाइजर का प्रोडक्शन किया. इस प्रोएक्टिव एप्रोच से आज गुजरात में सामान्य, ट्रिपल लेयर मास्क और N-95 मास्क की कोई कमी नही है. सीएम ने बताया कि न केवल दवाओं बल्कि अनाज, किराना, दूध, फल और सब्जियों की आपूर्ति को भी सुनिश्चित किया है. इस सप्लाई चेन की वजह से आज मार्केट में सैनिटाइज़र और मास्क पर्याप्त मात्रा में और उचित दाम पर उपबल्ध हैं.
नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम पर सवाल उठाना, कांग्रेस की संवेदनहीनताः सीएम
कांग्रेस के रवैये पर सीएम रूपाणी ने खुलकर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि हमारा दुर्भाग्य है कि हमारे पास कांग्रेस जैसा गैर जिम्मेदार विपक्ष है. उन्होंने कहा कि वह मैं मानते हैं कि नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम पर सवाल उठाना, कांग्रेस की संवेदनहीनता और दिशाहीनता को दिखाता है. यह आयोजन 24 फरवरी को हुआ था. तब की मीडिया रिपोर्ट का आंकलन करें तो पाएंगे कि कांग्रेस ने नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम के दौरान कोराना के “क” का भी कहीं उल्लेख नहीं किया था. मेडिकल साइंस यह कहती है कि 7 दिन में कोरोना के लक्षण डेवलप हो जाते हैं. यदि हम नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को जिम्मेदार मानें और 24 फरवरी से 7 दिन गिने तो मार्च के पहले सप्ताह मे गुजरात में कोरोना का केस आ जाना चाहिए था.
वोटबैंक की राजनीति कर रही है कांग्रेस
गुजरात में पहला केस 19 को आया. और यह केस भी दुबई से आये हुए प्रवासी भारतीय का केस था. उन्होंने कहा कि मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हुं की कांग्रेस घड़ियाली आंसु बहा रही है. मार्च के अंत में जब गुजरात मे कोरोना के खिलाफ लडाई की शुरुआत हो चुकी थी उस समय कांग्रेस के विधायक और वरिष्ठ नेता गण जयपुर के रिसॉर्ट में स्वीमिंगपूल में डुबकी लगा रहे थे. यह हकीकत है की गुजरात में जो केस बढ़े हैं वो नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम की वजह से नही बल्कि तब्लीगी जमात की वजह से बढ़े हैं. कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति कर रही है.
8 लाख से अधिक लोगों को भेजा घर
लॉकडाउन को 50 दिन से अधिक दिन हो चुके हैं. मज़दूर भाई-बहन एक बार अपने घर जाना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि आज की तारीख में प्रसाशन के सामने कई चुनौतियां हैं, लेकीन पुरे देश में गुजरात ने सबसे अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई. अब तक 390 ट्रेनों के माध्यम से 5 लाख 35 हजार लोग घर जा चुके होंगे. बस और प्राइवेट वाहनों को भी जोड़ें तो आंकडा 8 लाख से भी उपर जाएगा.