राज्यपाल नाईक ने आंबेडकर जयंती पर अर्पित की श्रद्धांजलि, कहा- स्वराज्य की रक्षा करना प्रथम कर्तव्य
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लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर तथा अस्थि कलश के दर्शन कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने की बाबा साहेब को आदरांजलि व्यक्त
राज्यपाल ने मुख्य अतिथि के रूप में बाबा साहेब को आदरांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि आंबेडकर महासभा के प्रांगण में आने पर नई चेतना मिलती है और कर्तव्यबोध का अहसास होता है। हमारा देश कहां है और आगे क्या करना है इसकी प्रेरणा यहां आने पर मिलती है। बाबा साहेब ने अभाव के कारण पीड़ा के साथ अपनी शिक्षा पूरी की। विदेश में शिक्षा प्राप्त करके होनहार भारतीय कैसा हो, उसका परिचय पूरे विश्व को कराया। आज के दिन पूरा देश उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहा है।
स्वराज्य की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य
पिछले वर्ष बाबा साहेब के सही नाम लिखने की बात उन्होंने कही थी और मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में आंबेडकर का चित्र लगाने की घोषणा की थी। इस बात का समाधान है कि गत वर्ष के शब्द साकार हुए, दोनों बाते पूरी हुई। आंबेडकर ने स्वतंत्रता की रक्षा को एक विशिष्ट कर्तव्य बताते हुए कहा था कि स्वराज्य की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है। अपने समाज में किसी प्रकार की फूट पुनः हमसे स्वराज्य छीन लेगी। यदि आपस में कोई मतभेद है तो उसे लेकर टकराना नहीं चाहिए, बल्कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में उसका हल खोज निकालना बेहतर होगा।
आंबेडकर के नाम पर नहीं होनी चाहिए राजनीति
राज्यपाल ने कहा कि आंबेडकर के विचारों का अध्ययन करना चाहिए ताकि उनके सपनों को साकार किया जा सके। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हम संविधान को समझें और उसके अनुसार चलने का प्रयास करें। बाबा साहेब महापुरूष थे सभी ऐसा मानते हैं। उनके नाम को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए। बाबा साहेब को जाति विशेष की परिधि में नहीं बांधा जा सकता है, वे एक महापुरूष हैं जिनके विचारों को आमजन तक पहुंचाने की जरूरत है।
कई मंत्री रहे कार्यक्रम में उपस्थित
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. महेन्द्र सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री बलदेव ओलख, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष डाॅ. लालजी प्रसाद निर्मल सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।