मोदी सरकार का बड़ा फैसला, आपसे मांगा गया Aadhaar तो कंपनी पर लगेगा 1 करोड़ रुपये का जुर्माना

आधार कार्ड को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आधार की अनिवार्यता को लेकर केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है. अब आपको बैंक में खाता खुलवाने या फिर सिम कार्ड लेने के लिए आधार कार्ड देना जरूरी नहीं होगा. ये आपकी इच्छा पर होगी की आप आधार दिखाना चाहते हैं या नहीं. पहचान और पते के प्रमाण के तौर पर आधार कार्ड के लिए दबाव बनाने पर बैंक और टेलिकॉम कंपनियों को एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है.
सरकार ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट और भारतीय टेलिग्राफ ऐक्ट में संशोधन कर इस नियम को शामिल किया है. सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट ने इन संशोधन को मंजूरी दी थी. सरकारी सूत्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. शीर्ष अदालत ने कहा था कि यूनिक आईडी को सिर्फ वेलफेयर स्कीमों के लिए ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
यही नहीं ऐसा करने वाले कंपनियों के एंप्लॉयीज को 3 से 10 साल तक की सजा भी हो सकती है. इस तरह अब आप सिम कार्ड लेने या फिर बैंक में खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड की बजाय पासपोर्ट, राशन कार्ड या अन्य कोई मान्य दस्तावेज हक के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं. कोई भी संस्था आधार कार्ड के यूज के लिए आप पर दबाव नहीं डाल सकती.