इंग्लैंड के पूर्व ऑल राउंडर डेविड केपल का हुआ निधन
नई दिल्ली: क्रिकेट जगत से फिलहाल एक बड़ी दुखद खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि डेविड केपल (David Capel) काफी अरसे से एक गंभीर बीमारी जूझ रहे थे. डेविड केपल का लंबी बीमारी के कारण बुधवार को निधन हो गया है.इंग्लिश क्रिकेटर डेविड केपल का देहांत उनके घर नार्थम्पटन में हुआ है. दाएं हाथ के बेहतरीन बल्लेबाज और गेंदबाज के रूप में डेविड केपल ने इंग्लिश क्रिकेट में काफी योगदान दिया, जिसे हमेशा क्रिकेट की दुनिया में याद रखा जाएगा.
ब्रेन ट्यूमर से लड़ रहे थे डेविड केपल
गौरतलब है कि 57 साल के डेविड केपल लंबे समय से ब्रेन ट्यूमर की वजह से बीमार चल रहे थे. जिसके तहत 2 सितंबर को उन्होंने अपने आवास पर आखिरी सांस ली. डेविड केपल के निधन की खबर इंग्लिश काउंटी टीम नार्थम्पटनशायर दी है. दरअसल नार्थम्पटनशर टीम के साथ डेविड केपल का नाता काफी पुराना रहा था. डेविड केपल ने इस इंग्लिश काउंटी टीम के साथ बतौर खिलाड़ी अपने क्रिकेट करियर के सफर की शुरुआत की थी और अंतिम समय में उन्होंने नार्थम्पटनशर के कोच की कमान भी संभाली थी.
डेविड केपल लगभग 32 सालों तक नार्थम्पटनशायर टीम का हिस्सा बने रहे थे. साल 2018 में टीम को डेविड केपल की ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी के बारे पता चला था. इसके अलावा इंग्लैंड एंव वेल्स क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने केपल के निधन पर शौक जताते हुए कहा है कि यह इंग्लिश क्रिकेट परिवार के लिये दुखद खबर है. डेविड अपने युग के बेहतरीन हरफननौला खिलाड़ियों में से एक थे. साथ ही इसीबी ने डेविड केपल को श्रंद्धाजलि अर्पित की है.
ऐसा था डेविड केपल का क्रिकेट करियर
इंग्लिश क्रिकेटर डेविड केपल काउंटी में जन्मे इकलौते क्रिकेटर थे, जिन्होंने 77 साल के इतिहास में इंग्लैंड की टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था. डेविड केपल ने साल 1987 से लेकर 1990 तक इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. इस दौरान केपल ने 15 टेस्ट मैचों में गेंद से कमाल दिखाते हुए 21 विकेट चटकाऐ और बल्ले से धमाल मचाते हुए 2 अर्धशतक की मदद से 374 रन भी बनाए. इसके अलावा डेविड केपल ने 23 वनडे में 17 विकेट के साथ-साथ 327 रन बनाए, जिसमें 1 फिफ्टी भी शामिल है. आपको बता दें कि डेविड केपल ने पाकिस्तान के खिलाफ 1987 में अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. जबकि अपनी काउंटी टीम नार्थम्पटनशायर के लिए साल 1981 से 1998 के दौरान केपल ने 270 फर्स्ट क्लास मैच भी खेले थे.