Coronavirus in Vidisha : सिरोंज और गंज बासौदा में हर घर का होगा सर्वे

विदिशा। सिरोंज में कोरोना संक्रमित युवक मिलने के बाद प्रशासन सिरोंज और गंज बासौदा में हर घर का सर्वे करेगा, ताकि अन्य संक्रमित मरीजों का पता लगाया जा सके। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बताया कि सिरोंज के अलावा बासौदा को इसलिए शामिल किया गया है, क्योंकि संक्रमित युवक वहां भी दो दिन रुका था। उन्होंने बताया कि दोनों शहरों में मैदानी अमले की टीमें गठित कर तीन दिनों के भीतर सर्वे पूर्ण किया जाएगा। इस दौरान कोरोना के लक्षण मिलने पर सैंपल लिए जाएंगे। मालूम हो, एक दिन पहले सिरोंज में निजामुद्दीन मरकज से लौटे असम के जमती इमरान हुसैन को कोरोना संक्रमित पाया गया था। उसे भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया है वहीं उसके 9 अन्य साथियों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
करीब 61 लोगों के संपर्क में आए जमाती
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार संक्रमित युवक और अन्य जमाती गंजबासौदा और सिरोंज शहर के लगभग 61 लोगों के संपर्क में आए थे। यह जमाती रहते तो मस्जिद में थे लेकिन भोजन करने के लिए समाजजनों के घर पहुंचते थे। सभी जमाती अपनी पत्नियों के साथ आए थे। इनमें 62 वर्ष तक के बुजुर्ग भी शामिल हैं। अब प्रशासन हाउस सर्वे कर इनके संपर्क में आए लोगों की छानबीन कर रहा है। संक्रमित युवक इमरान असम के करीमगंज थाना क्षेत्र के ग्राम मेजग्राम का रहने वाला बताया जा रहा ह
सिरोंज में 11 दिन तक 3 मस्जिद बदलते रहे जमाती
सिरोंज में जमात का एक बाहरी व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन की सक्रियता पर सवाल उठ गए हैं। सूत्रों के अनुसार असम के यह 10 जमाती 20 मार्च को कोलकाता होते हुए दिल्ली आए थे। यहां वे निजामुद्दीन की मरकज मस्जिद में रुके थे। इसके बाद 21 मार्च को ट्रेन के जरिए गंजबासौदा पहुंचे थे। जहां स्थानीय युवक की मदद से दो दिन रुके। इसके बाद 23 मार्च को सभी 10 जमाती सिरोंज पहुंचे। 23 मार्च से 3 अप्रैल तक सभी जमाती 3 अलग-अलग मस्जिदों में रहे। 3 अप्रैल को छानबीन के दौरान प्रशासन को इनकी सूचना मिली और उन्हें एक निजी स्कूल में क्वारंटाइन किया गया।