दो विधायक खोने के बाद अब डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा
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भोपाल। मध्यप्रदेश ( madhya pradesh ) में चल रहे सियासी घमासान ( political drama ) का असर गुरुवार को भी रहा। कांग्रेस ( Congress ) के गेम में उलझी भाजपा ( BJP ) ने डैमेज कंट्रोल के लिए दिनभर बैठकें कीं। सूत्रों के मुताबिक अपने दो विधायकों को खो चुकी भाजपा अब अपने बाकी विधायकों पर भी नजर रख रही है। वहीं सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ( Kamal Nath government ) को भी जवाब देने की रणनीति तैयार की जाने लगी है।
मध्यप्रदेश में भाजपा को झटका देकर कमलनाथ सरकार ( kamal nath government ) को समर्थन देने वाले बीजेपी से मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी से विधायक शरद कौल ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इस पर दिनभर भाजपा कार्यालय समेत राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा रही। भाजपा कार्यालय में सुबह से ही बैठकों का दौर चलता रहा, वहीं कई विधायकों के साथ भी विचार-मंथन का दौर चलता रहा।
इधर, खबर है कि भोपाल में दिनभर बैठकों में मंथन करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पहुंच गए हैं, वे आलाकमान अमित शाह से मुलाकात कर करेंगे। शिवराज और अमित शाह की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
भाजपा विधायक संजय पाठक ने की कमलनाथ से मुलाकात
खबर है कि भाजपा कार्यालय में दिनभर बैठकों में व्यस्त रहने वाले विधायक संजय पाठक ने शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की। संजय पाठक ने वित्त मंत्री तरुण भनोट और वन मंत्री उमंग सिंगार के साथ नाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। राजनीति गलियारे में चर्चा है कि संजय पाठक भी भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वे पहले भी कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि भाजपा कार्यालय में हुई बैठक के बाद वे सीधे मंत्रालय पहुंचे और कमलनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद संजय पाठक ने इसे बताया कि मेरे उनसे पारिवारिक संबंध हैं।
संघ कार्यालय पहुंची सुमित्रा महाजन
उधर, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भोपाल पहुंची और संघ के कार्यालय समिधा पहुंचीं। सूत्रों के मुताबिक वे आरएसएस के दीपक वुस्पुते समेत अन्य पदाधिकारियों से मिलने अरेरा कॉलोनी स्थित संघ कार्यालय पहुंचीं। खबर लगते ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी दीपक वस्पुते से मिलने अचानक रवाना हो गए थे।
कांग्रेस रेस में अकेली दौड़ी, खुद ही जीत गई
इधर, सुबह से ही भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और गोपाल भार्गव समेत अन्य पदाधिकारियों के बीच मीटिंग का दौर चलता रहा। दोपहर में जब राकेश सिंह और शिवराज सिंह के बीच मीटिंग खत्म हुई तो नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का बयान आया। गोपाल भार्गव ने कहा कि बुधवार को विधानसभा में हुए घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने तो ऐसा काम किया है कि रेस आयोजित की, उसमें खुद ही दौड़े और खुद ही जीत गए। हमने तो इसमें भाग ही नहीं लिया था। गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने बच्चों जैसी हरकत की है। ऐसे मुद्दे पर मत-विभाजन करवाया, जिस पर सत्ता पक्ष भी साथ था। जहां तक विश्वास मत हासिल करने वाली बात है, इसे फ्लोर टेस्ट नहीं कहते, यदि ऐसा पहले से तय होता तो हम व्हिप जारी करते। भार्गव ने कहा कि अब आगे जब मौका आएगा तो हम बता देंगे। अब सब एकजुट हैं।
दोनों विधायकों से करेंगे बाद
दोनों विधायकों की नाराजगी औऱ कांग्रेस के साथ जाने पर गोपाल भार्गव ने कहा कि फिलहाल मेरी उनसे कोई बात नहीं हुई है, लेकिन हम उनसे बात करेंगे कि आखिर उन्हें क्या आश्वासन मिला है।
मतविभाजन के बाद बैठकों के बारे में बोले भार्गव
बुधवार और गुरुवार को हुई बैठक पर गोपाल भार्गव ने कहा कि समय-समय पर हम ऐसी बैठक करते रहते हैं, इसमें सदस्यता के साथ कल विधानसभा के घटनाक्रम को लेकर भी चर्चा हुई। अमित शाह और जेपी नड्डा से बात होने पर कहा कि वरिष्ठ नेताओं से मेरी कोई बात नहीं हुई है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान भी भाजपा कार्यालय में मौजूद थे। इस बीच चौहान ने चंदला विधायक राजेश प्रजापति को बुलाया और चर्चा की। चौहान ने उनसे कहा कि अभी कोई कदम मत उठाना। कोई समस्या हो तो मुझे बुलाना।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक खत्म।
कमलनाथ ने किया ट्वीट
इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर प्रदेश के विकास की बात लिखी है। उन्होंने लिखा है कि हम प्रदेश को विकास की दृष्टि से देश में शीर्ष पर ले जाना चाहते है, हम प्रदेश के विकास का एक नया नक्शा बनाना चाहते हैं। प्रदेश हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, हम प्रदेश को दलगत राजनीति में बाँटना नहीं चाहते है।
विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा
दूसरे ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा कि हम विपक्ष से भी शुरू से यही अपेक्षा कर रहे हैं कि वो सकारात्मक राजनीति करते हुए प्रदेश के विकास में हमें सहयोग करें, हमें जनादेश मिला है, विपक्ष उसका सम्मान करें। हम अभी भी विपक्ष से प्रदेश हित में, प्रदेश के विकास के लिए सहयोग की उम्मीद व अपेक्षा करते हैं।
पूर्व मंत्री संजय पाठक का बयान।
शिवराज सरकार में मंत्री रहे विधायक संजय पाठक भी भाजपा कार्यालय में मौजूद थे। उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि भाजपा को कोई झटका नहीं, पार्टी को पता था कि कौन पार्टी के प्रति वफादार नहीं है। आलकमान को पता था कि ऐसा हो सकता है। उन्होंने मीडिया कर्मियों के सामने चुटकी भी ली। उन्होंने कहा कि मेरी घर वापसी हो रही है। आज शाम को। ट्रेन से में घर जा रहा हूं। इतना सुनकर जमकर ठहाके लगने लगे। गौरतलब है कि शिवराज सरकार के वक्त कांग्रेस का दामन छोड़ संजय पाठक भाजपा में शामिल हुए थे और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर मंत्री बने थे।
और क्या बोले संजय पाठक
-डैमेज कंट्रोल को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं ऐसी किसी बैठक में भी शामिल नहीं हुआ था।
-कांग्रेस नेताओं के पूर्व कांग्रेसियों के बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आने के स्वागत वाले बयान पर बोले संजय पाठक। मैं अभी बीजेपी में हूं और बीजेपी का एक कार्यकर्ता हूं। बीजेपी विधायकों में कोई नाराजगी नहीं हैं, सभी खुश हैं।
सुबह बैठक, शाम को रिपोर्ट देंगे राकेश सिंह
सुबह भाजपा के प्रदेश कार्यालय में बैठक शुरू। इसमें भाजपा के अध्यक्ष राकेश सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, विधायक संजय पाठक समेत कई नेता शामिल हैं। बैठक शुरू होने से पहले मीडिया से बात करते हुए राकेश सिंह ने कहा कि अभी कुछ नहीं हुआ। सब कुछ कंट्रोल में है। कांग्रेस जल्दबाज़ी कर रही है। शाम को दिल्ली पहुंचकर प्रदेश के हालात पर हाईकमान को रिपोर्ट देंगे।