नवाज के दामाद की गिरफ्तारी से सिंध में बवाल, शीर्ष अफसरों ने दी छुट्टी की दरख्वास्त
कराची। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद मुहम्मद सफदर की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद सिंध के पुलिस महकमे में नाराजगी है। इस घटना के विरोध में दो अतिरिक्त महानिरीक्षकों (एआइजी), सात उप महानिरीक्षकों (डीआइजी) और छह वरिष्ठ अधीक्षकों ने छुट्टी का आवेदन किया है। उन्होंने अपनी छुट्टी की एक जैसी दरख्वास्त सिंध के पुलिस महानिरीक्षक मुश्ताक महार को सौंप दी है। इन अधिकारियों का कहना है कि सफदर की गिरफ्तारी से उपजे दबाव के चलते उनका मनोबल गिर गया है और उनके लिए ड्यूटी निभाना मुश्किल हो गया है।
इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने आरोप लगाया है कि सिंध के पुलिस महानिरीक्षक को जबरन सेक्टर कमांडर के दफ्तर ले जाया गया और गिरफ्तारी के आदेश पर दस्तखत करने के लिए कहा गया। उन्होंने दावा किया कि जब महानिरीक्षक ने अपनी अनिच्छा जताई, तो उन्हें कहा गया कि सफदर को रेंजर गिरफ्तार करेंगे। लेकिन, उनसे जबरन दस्तखत कराने के बाद पुलिस को ही गिरफ्तार करने के लिए कहा गया।
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने सफदर की गिरफ्तारी की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। सफदर को सोमवार को कराची में उनके होटल के कमरे से गिरफ्तार किया गया था। सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सेना प्रमुख ने कराची कोर कमांडर को तत्काल घटना की जांच करने और जितनी जल्दी हो सके रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बयान में हालांकि यह नहीं स्पष्ट किया गया है कि उन्होंने किस घटना की जांच कराने को कहा है। लेकिन, इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने प्रशासन से सफदर की गिरफ्तारी से जुड़ी घटनाओं की जांच कराने की मांग की थी। बिलावल ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि सिंध पुलिस के सभी शीर्ष अधिकारी इस बात से हैरान थे कि वे कौन लोग थे, जिन्होंने पुलिस प्रमुख के मकान को घेर रखा था और सफदर की गिरफ्तारी से पहले उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गए।
सरकार विरोधी रैली करने पर मरयम के खिलाफ मामला दर्ज
सरकार विरोधी रैली करने पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज और पार्टी के दो हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 16 अक्टूबर को हुई इस रैली में मरयम ने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री इमरान खान को कायर, मनोनीत और कठपुतली कहा था। इस रैली का आयोजन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की ओर से किया गया था।