नमस्ते ट्रंप का चुनावी कनेक्शन, अहमदाबाद से साधेंगे अमेरिका के 3 लाख गुजराती वोटर
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दो दिवसीय दौरे पर गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गए हैं, जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया. अमेरिका में इसी साल के अंत राष्ट्रपति चुनाव होने हैं ऐसे डोनाल्ड ट्रंप की नजर अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों पर है. अमेरिका में बड़ी संख्या में गुजराती रहते हैं, ऐसे में अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में अयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के जरिए ट्रंप अपने सियासी समीकरण को साधने की कवायद करेंगे ताकि चुनाव में राजनीतिक फायदा मिल सके.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में महाभियोग से बचकर निकले हैं. महाभियोग की वजह से ट्रंप की छवि को गहरा धक्का पहुंचा है. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप अपनी छवि को बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हैं. इस कड़ी में भारत दौरा उनके सियासी भविष्य के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है.
ट्रंप रोड शो के जरिए सबरमती आश्रम पहुंचे और वहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद मोटेरा स्टेडियम पहुंचे, जहां से उन्होंने लाखों की भीड़ को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों देशों के नागरिकों के आपसी रिश्तों को भी अपने संबोधन के दौरान रेखांकित किया. साथ ही ट्रंप ने अमेरिका में रह रहे 40 लाख भारतीय समुदाय के लोगों के लिए सीधा संदेश देने की कोशिश की. ऐसे में भारतीय समुदाय का रुख अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
अमेरिका की सियासत में भारतीय मूल का दखल
अमेरिका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों के बीच भारतीय समुदाय का खासा दखल रहा है. भारतीयों की प्रभावकारी भूमिका के चलते पिछले दो दशकों में अमेरिकी प्रशासन में भी इस समुदाय का दखल बढ़ा है. मौजूदा समय में 40 लाख भारतीय समुदाय के लोग अमेरिका में हैं. करंट पापुलेशन सर्वे के मुताबिक अमेरिका में रहे 15,58,594 भारतीय मूल के मतदाताओं में से करीब 20 फीसदी गुजराती मूल के हैं. इस तरह अमेरिका में लगभग साढ़े तीन लाख गुजराती मतदाता हैं.
अमेरिका में सबसे ज्यादा भारतीय मूल के लोग कैलिफोर्निया में रहते हैं. कैलिफोर्निया में 7.3 लाख भारतीय रहते हैं. इसके बाद 3.7 लाख भारतीय न्यूयार्क, 3.7 लाख भारतीय न्यूजर्सी, 3.5 टेक्सास में रहते हैं. अमेरिका के 50 में से 18 राज्यों में भारतीय मूल के लोग रहते हैं. अन्य देशों की संख्या में अमेरिका में बसे भारतीय मूल के लोगों की संख्या सर्वाधिक है. मालूम हो कि अमेरिका के 50 में से 16 राज्यों की कुल जनसंख्या का 1 प्रतिशत भारतीय समुदाय के लोग हैं. अब ऐसे में समझ सकते हैं कि ट्रंप अपनी दो दिवसीय यात्रा में भारत से गहरा नाता दिखाकर भारतीय मूल के मतदाताओं के दिल को जीतने की कोशिश करेंगे.
अमेरिका के मोटल कारोबार पर गुजरातियों का कब्जा
अहमदाबाद से ‘ट्रंप केम छो’ के जरिए ट्रंप की नजर इन्हीं मतदाताओं पर है. मालूम हो कि दुनिया में सबसे खर्चीला चुनाव अमेरिका में होता है और ये गुजराती मतदाता वोट के साथ पैसे से भी ट्रंप की मदद कर सकते हैं. एशियन अमेरिकन होटल ऑनर्स एसोसिएशन के मुताबिक अमेरिका की मोटेल इंडस्ट्री के 40 प्रतिशत हिस्से पर भारतीय मूल के हैं. इनमें सबसे ज्यादा तादाद गुजरातियों की है.
ये करीब 40 बिलियन डॉलर होटल इंडस्ट्री का कारोबार कर रहे हैं. अमेरिकी चुनाव में गुजराती लोग ट्रंप को फायदा पहुंचा सकते हैं. इस उद्योग में उनका दबदबा कैसा है उसका अंदाजा इसी से लग सकता है कि इस एसोसिएशन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, ट्रेजरर और सचिव सभी गुजरात के पटेलों का है. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में ही करीब एक लाख गुजराती मूल के लोग रहते हैं. पूरे अमेरिका में गुजराती मूल के लोग फैले हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम से इस तरह का स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की जिससे वे अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों का दिल जीत सकें. उन्होंने ह्यूस्टन में भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करके यही संदेश दिया था. ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति ट्रंप ने मंच पर आकर इस्लामिक आतंकवाद पर भी खरी खोटी सुनाई थी. दोनों नेताओं ने एक दूसरे की प्रशंसा में कसीदे पढ़े थे. ट्रंप, मोदी से अपने रिश्तों का भी बार-बार उल्लेख करते रहे हैं. अमेरिका में भारतीयों के हितों के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप से बात करेंगे.