नहीं दिया था पत्रकार खाशोग्गी के मर्डर का आदेश, सऊदी क्राउन प्रिंस का इंकार
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न्यूयार्क। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सऊदी पत्रकार की हत्या की जिम्मेवारी ली लेकिन इस बात से साफ इंकार किया कि हत्या का आदेश उन्होंने दिया था। यह बात उन्होंने एक टेलीविजन इंटरव्यू में दिया। सऊदी पत्रकार जमाल खाशोग्गी की हत्या के बारे में क्राउन प्रिंस ने कहा, ‘यह जघन्य अपराध है।’ 34 वर्षीय प्रिंस मोहम्मद ने कहा, ‘सऊदी अरब का नेता होने के नाते मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं विशेषकर तब जब यह अपराध सऊदी सरकार के लिए काम करने वाले शख्स ने की है।’
आरोपों के घेरे में क्राउन प्रिंस
द वाशिंगटन पोस्ट में लिखे गए कॉलम में उक्त पत्रकार ने प्रिंस की आलोचना की थी। इसलिए ही प्रिंस मोहम्मद से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने उसकी हत्या के आदेश दिए थे। जिससे प्रिंस ने स्पष्ट तौर पर इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘यह हत्या गलती थी।’ एक यूएन रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब इस हत्या की जिम्मेवारी लेता है और इसमें प्रिंस मोहम्मद की संदिग्ध भूमिका की जांच की जानी चाहिए। इस हत्या का आरोप 11 लोगों पर लगाया गया है और इनपर मुकदमा भी चला। हालांकि इसमें से किसी को दोषी नहीं पाया गया है।
शादी के लिए कागजात लाने कंसुलेट गया था
तुर्की मंगेतर से शादी के लिए आवश्यक कागजातों के लिए पिछले साल अक्टूबर में खाशोग्गी सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में गया था। यहीं सऊदी सरकार के एजेंटों ने उसकी हत्या कर दी और शव को क्षत विक्षत कर दिया। बता दें कि अब तक मृतक का शव बरामद नहीं हुआ है।
वाशिंगटन में कांग्रेस ने कहा कि इस हत्या के पीछे प्रिंस मोहम्मद का ही हाथ था। क्राउन प्रिंस ने इंटरव्यू में कहा, ‘कुछ लोग सोचते हैं कि मुझे यह पता होना चाहिए कि सऊदी अरब के लिए काम करने वाले 30 लाख लोग रोजाना क्या कर रहे हैं। लेकिन यह असंभव है कि 30 लाख लोग नेता और सऊदी अरब में दूसरे शीर्ष व्यक्ति को अपनी दैनिक रिपोर्ट भेजे।’
पत्रकार की मंगेतर ने मांगा जवाब
न्यूयॉर्क में एक साक्षात्कार में खाशोग्गी की मंगेतर हैटिस सेंगिज ने बताया कि खशोगी की हत्या की जिम्मेदारी केवल उसे अंजाम देने वाले लोगों की नहीं है और वह चाहती है कि प्रिंस मोहम्मद बताए कि जमाल को क्यों मारा गया? उनका शव कहां है? इस हत्या के पीछे का मकसद क्या था?’
प्रिंस मोहम्मद ने 14 सितंबर को सऊदी तेल कारखाने पर हुए ड्रोन हमलों को भी उठाया। उन्होंने कहा, यह हमला पूरी तरह इरान समर्थित है।’ जबकि इस हमले की जिम्मेदारी यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली। प्रिंस ने कहा कि यह कोई कूटनीतिक उद्देश्य नहीं है केवल एक मूर्ख ही 5 फीसद वैश्विक सप्लाई पर हमला कर सकता है।