एम्स के सामने ही फुटपाथ पर अवैध रूप से लिए मरीजों के ब्लड सैंपल
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भोपाल . ये है एम्स का गेट नंबर 3… इसके ठीक पास में फुटपाथ पर पेड़ के नीचे ही एक निजी पैथ लैब संचालक दिनभर मरीजों के ब्लड सैंपल लेता रहा। इस सेंटर पर मरीजों नेे थॉयराइड, शुगर, हीमोग्लोबिन, कंप्लीट ब्लड पिक्चर सहित दूसरे टेस्ट कराए। साथ ही इन जांच के लिए मरीजों से फीस भी ली। इसके बाद भी एम्स प्रबंधन के अफसर पूरे दिन संस्थान के गेट नंबर 3 पर प्राइवेट पैथ लैब का अस्थाई कलेक्शन सेंटर शुरू होने को लेकर अनजान बने रहे।
मंगलवार सुबह 10.30 बजे शाहपुरा स्थित साईंराम पैथोलॉजी सेंटर की दो महिला पैरामेडिकल कर्मचारियों ने संस्थान के गेट नंबर तीन के सामने ब्लड सैंपल कलेक्शन सेंटर शुरू किया था। साथ ही अस्पताल मे इलाज कराने आए मरीजों को कलेक्शन सेंटर की जानकारी देने पेड़ पर थायरो केयर कैंप का फ्लेक्स लगा दिया। इसके बाद शाम करीब 5 बजे तक दोनों ने एम्स में डॉक्टर्स से ट्रीटमेंट कराकर निकल रहे मरीजों के पर्चों पर लिखे गए पैथोलॉजिकल टेस्ट के लिए उनके ब्लड सैंपल लिए। इस दौरान मरीजों की शुगर की जांच फ्री की गई।
यदि ऐसा हो रहा है तो यह नियम विरुद्ध है : प्रभारी सीएमएचओ डॉ. एनयू खान ने बताया कि पेड़ के नीचे ब्लड टेस्ट कैंप अथवा पैथ लैब कलेक्शन सेंटर शुरू करना, दोनों ही नियम विरुद्ध हैं। खुले मैदान, चौराहा, अस्पताल के गेट पर पैथोलॉजी जांच के लिए ब्लड सैंपल कलेक्ट करने से मरीज की सेहत भी बिगड़ सकती है।
एम्स से अनुमति ली है : साईंराम पैथोलॉजी की डायरेक्टर शिवानी पटेल ने बताया कि एम्स के गेट नंबर 3 पर ब्लड टेस्ट कैंप लगाया था। इस कैंप में कुछ टेस्ट फ्री थे तो कुछ के लिए मरीजों पर फीस चार्ज की गई। एम्स प्रशासन से इस कैंप की अनुमति ली गई थी। कैंप अथवा अस्थाई कलेक्शन सेंटर की अनुमति किस अफसर से ली थी? सवाल का जबाव देने से उन्होंने इनकार कर दिया।
हमने नहीं दी परमिशन : एम्स के डिप्टी डायरेक्टर संतोष सोहगौरा ने बताया कि संस्थान के किसी भी गेट के बाहर ब्लड टेस्ट कैंप लगाने अथवा अस्थाई कलेक्शन सेंटर शुरू करने की अनुमति एम्स प्रशासन ने नहीं दी। सिक्योरिटी ऑफिसर से इस संबंध में पूछताछ की थी, उसने भी कलेक्शन सेंटर शुरू होने जैसी घटना से इनकार किया है।
नर्सिंग होम एक्ट के तहत हाेता है पैथ लैब का रजिस्ट्रेशन: खान ने बताया कि पैथोलॉजी लैब का रजिस्ट्रेशन मप्र नर्सिंग होम एक्ट के तहत किया जाता है। रजिस्टर्ड करने से पहले तीन डॉक्टर्स की टीम पैथ लैब का निरीक्षण करती हैं। इस दौरान लैब में मरीजों के सैंपल कलेक्शन काउंटर, मशीन, बायोमेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल सहित दूसरे पैरामीटर्स पर की गई व्यवस्थाओं को देखा जाता है।