अमेरिका ने वेनेजुएला पर कसा शिकंजा, तेल कंपनी पर पाबंदी और सेना को चेतावनी

दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला का राजनीतिक संकट सोमवार को गहरा गया. अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पीडीवीएसस पर प्रतिबंध लगा दिए. साथ ही सेना से कहा है कि वह शांतिपूर्वक सत्ता का हस्तांतरण कर दे. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बॉल्टन ने कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और उनके साथी वेनेजुएला के लोगों की संपत्ति को लंबे समय तक लूट नहीं पाएंगे.
हाल के दिनों में विपक्षी दलों ने मादुरो को हटाने की गतिविधियां तेज कर दी है. अमेरिका और 20 अन्य देशों ने विपक्षी नेता जुआन गायडो को अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दी है.
अमेरिका की ओर से कहा गया है कि पीडीवीएसस से तेल खरीदने पर रोक होगी. हालांकि अगर वह गायडो को मान्यता देती है तो प्रतिबंध से बच सकती है.
वेनेजुएला तेल से होने वाली आमदनी के लिए अमेरिका पर निर्भर है. वह अपने कुल तेल निर्यात का 41 फीसदी अमेरिका को भेजता है. वह अमेरिका को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाले टॉप चार देशों में शामिल है.
वहीं गायडो का कहना है कि वह पीडीवीएसस का नया मुखिया चुनने के लिए वेनेजुएला की कांग्रेस को आदेश जारी कर रहे हैं.
इसी बीच वेनेजुएला की सरकार ने अपनी करेंसी की कीमत तकरीबन 35 फीसदी घटा दी है. यह कदम करेंसी को ब्लैक मार्केट की एक्सचेंज रेट के बराबर बनाए रखने के लिए उठाया गया है.