अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते ईरानी अर्थव्यवस्था धड़ाम, 16 पैसे के बराबर हुआ एक रियाल
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अमेरिका की तरफ से 2015 में किया गया परमाणु समझौता इस साल मई में तोड़ने के बाद ईरान पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है। ईरानी अर्थव्यवस्था पूरी तरह ढेर हो गई है।
नतीजतन वहां के एक रियाल की कीमत भारतीय मुद्रा में 16 पैसे के बराबर हो गई है, जबकि ईरानियों को एक अमेरिकी डॉलर खरीदने के लिए करीब 1.12 लाख रियाल चुकाने पड़ रहे हैं। शनिवार को एक डॉलर के बदले 98 हजार रियाल की कीमत के बाद ये डॉलर के मुकाबले ईरानी रियाल की गिरती कीमत का नया रिकॉर्ड है।
हालांकि सरकार की तरफ से एक जनवरी को तय एक डॉलर के बदले 35,186 रियाल की विनिमय दर के मुकाबले अब 44,070 रियाल की सरकारी दर तय की गई है। लेकिन आर्थिक प्रतिबंधों से खौफजदा ईरान निवासियों का अपनी संपत्ति को अधिक से अधिक डॉलर में बदलकर सुरक्षित रखने के कारण अमेरिकी मुद्रा की भारी मांग हो गई है, जिससे डॉलर के मुकाबले रियाल के दाम लगातार गिरते जा रहे हैं।
अभी हालात के और बदतर होने की संभावना है, क्योंकि 7 अगस्त को अमेरिका की तरफ से इस शिया देश के ऊपर अपने आर्थिक प्रतिबंधों का पहला चरण शुरू करना है। लगातार नीचे जा रही ईरानी अर्थव्यवस्था में ताजा गिरावट अप्रैल महीने से शुरू हुई है।
पहली बार मार्च में 50,000 के स्तर से नीचे जाने के बाद सरकार ने अप्रैल में दर को 42,000 पर स्थिर करने की कोशिश की थी और कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लेकिन कमजोर होती अर्थव्यवस्था और निर्यात के ठप होने से इसमें गिरावट लगातार जारी है। सरकार ने पिछले सप्ताह अपने सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष हसन रूहानी को भी इस संकट से निपटने में विफल रहने के कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया था।