अशोकनगर के पूर्व विधायक रविन्द्र सिंह रघुवंशी का निधन
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अशोकनगर। क्षेत्र के पूर्व विधायक रविन्द्र सिंह रघुवंशी का लंबी बीमारी के बाद रविवार को गुना में निधन हो गया। उनके निधन जिला कांग्रेस और ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने शोक जताया है। उल्लेखनीय है कि रविन्द्र सिंह रघुवंशी 1985 में अशोकनगर सामान्य विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वह पूर्व विधायक स्व. रामदयाल सिंह रघुवंशी के पुत्र थे। उनके पिता भी पूर्व में दो बार अशोकनगर सीट से विधायक रह चुके थे।
जिला महंत पुजारी संगठन के द्वारा 31 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे एक बैठक होटल युवराज इन में आयोजित की गई। इस बैठक में आदि गुरू शंकराचार्य की एकात्म यात्रा के संबंध में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि सभी संत एवं पुजारी यात्रा की अगुवानी बरखेड़ी गुना रोड पर पहुंचकर दोपहर 2 बजे 2 जनवरी को अगुवानी करेंगे एवं 3 जनवरी को सभी संत एवं पुजारी गांधीपार्क चौराहे पर दोपहर 11 बजे यात्रा का स्वागत करेंगे। पुजारी संगठन के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र पारासर ने बताया कि इस धर्मयात्रा में शामिल होने के लिए सभी धर्मप्रेमियों को प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में महंत धर्मदास, महंत रत्नानंद, संत सेवानंद, उपेन्द्र पारासर, बद्री प्रसाद भार्गव, विष्णु प्रसाद, बालकृष्ण मुदगिल, गिर्राज किशोर, बालकिशन मिश्र, विनोद भार्गव, अवधेश शर्मा, श्रीराम मिश्रा, अनिल शर्मा, जगदीश शर्मा, विनोद शर्मा, अनिल पाठक, मनोज शर्मा, देवेन्द्र दुबे, ओमप्रकाश शर्मा, लक्ष्मीनारायण शर्मा, बृजेश पारासर, दिलीप शर्मा, शिवकांत शर्मा, राजकुमार शर्मा, दुर्गेश भार्गव आदि उपस्थित थे।
आजाद अध्यापक संघ की स्थानीय पं दीनदयाल उपाध्याय उपवन रघुवंशी धर्मशाला के पास एक बैठक हुई। जिसमें लगभग 200 अध्यापकों ने भाग लिया। इस बैठक में आजाद अध्यापक संघ द्वारा आगामी आंदोलन को लेकर विचार विमर्श किया गया और प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर रूपरेखा तैयार की गई। बैठक में आजाद अध्यापक संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में बताया गया कि आजाद अध्यापक संघ द्वारा पूर्व में दी गई मांगों के ज्ञापन को लेकर आज तक सरकार की ओर से कोई चर्चा की गई है और न ही सम्मेलन बुलाया गया है। जबकि आजाद अध्यापक संघ लगातार मांग करता आ रहा है कि अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए। गुरूजियों की नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ दिया जाए। बंधनमुक्त स्थानांतरण नीति लागू की जाये। आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष भीमसिंह यादव ने बताया कि अब तक सरकार सम्मेलन के नाम पर तारीखों का खेल, खेल रही है। जिसके कारण आजाद अध्यापक संघ के प्रदेश नेतृत्व द्वारा सम्पूर्ण जिलों के ब्लाकों में 31 दिसम्बर को आजाद अध्यापक संघ की बैठके आयोजित की गई थी। जिसमें बताया गया कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में जो आंदोलन किया गया था उससे भी बड़ा आंदोलन मप्र में किया जाएगा। यदि सरकार ने अपने रवैए में परिवर्तन नहीं किया तो इस संकल्प बैठक के बाद 7 जनवरी को सभी जिलों में संघर्ष रैली, 13 जनवरी को संकुल स्तर पर बैठक उसके पश्चात 21 जनवरी को भोपाल में आजाद अध्यापक महापंचायत आंदोलन किया जाएगा। जिसमें स्कूलों में तालाबंदी का निर्णय लिया गया है। जिले के ईसागढ़, मुंगावली, चंदेरी, पिपरई, शाढ़ौरा आदि स्थानों पर भी बैठकें आयोजित की गई।