जब बिना बताए BJP मुख्यालय की कैंटीन में घुस गए अमित शाह, पीछे-पीछे टिफिन लेकर भागा स्टाफजब बिना बताए BJP मुख्यालय की कैंटीन में घुस गए अमित शाह, पीछे-पीछे टिफिन लेकर भागा स्टाफ
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बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सजगता के बारे में सभी लोग जानते हैं। वह पार्टी को आगे ले जाने के अलावा अन्य छोटी-छोटी बातों पर भी पैनी नजर रखते हैं। उन्होंने एक बार फिर से इसका उदाहरण पेश किया है। अमित शाह शनिवार को पार्टी मुख्यालय में मौजूद थे। वह अचानक से बिना किसी को बताए ऑफिस की कैंटीन की ओर चल दिए थे। वहां उन्होंने कैंटीन का मौका-मुआयना किया था। उनके इस कदम से अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। स्टाफ को उनके पीछे-पीछे टिफिन लेकर भागना पड़ा था।
अमित शाह आम दिन की तरह शनिवार को भी पार्टी मुख्यालय में मौजूद थे। वह आमतौर पर कार्यालय के अपने कमरे में ही दोपहर का भोजन करते हैं। लेकिन, शनिवार को वह अचानक से कैंटीन की ओर चल पड़े थे। उनके साथ पार्टी के अन्य सहयोगी अनिल बलूनी और संजय मायुख भी थे। अमित शाह के कैंटीन जाने की जानकारी मिलते ही उनके निजी सहायक आनन-फानन में उनका टिफिन लेकर कैंटीन की ओर भागे थे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लंच पर अनौपचारिक बातचीत के लिए पत्रकारों को भी आमंत्रित किया था। हालांकि, बताया जाता है कि अमित शाह का वास्तविक उद्देश्य कैंटीन का औचक निरीक्षण करना था, ताकि उसका रखरखाव बेहतर तरीके से किया जा सके। इसके अलावा सुविधाओं का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाए।
अमित शाह क्रिसमस के दिन भी पार्टी कार्यालय पहुंचकर महासचिवों के साथ बैठक की थी। छुट्टी का दिन होने के कारण 25 दिसंबर को कांग्रेस समेत सभी प्रमुख विपक्षी दलों के कार्यालय बंद थे। लेकिन, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी महासिचवों के साथ बैठक कर देश के उन जिलों में कार्यालय खोलने का लक्ष्य निर्धारित कर रहे थे, जहां पार्टी का ऑफिस नहीं है। इस लक्ष्य को अप्रैल 2018 तक पूरा करने को कहा गया है। इसके साथ ही पार्टी मुख्यालय का उद्घाटन भी इसी साल करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी जिलों में कार्यालय खोले जाने के पीछे का उद्देश्य पार्टी की पहुंच देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक करने का है।