1 लाख के हो गए 69 लाख रुपये, सिर्फ 4 महीने में ही इस शेयर ने किया मालामाल
एक फार्मा कंपनी का शेयर पतंजलि की कंपनी रुचि सोया बनने की राह पर है। यह फार्मा कंपनी ऑर्किड फार्मा लिमिटेड (Orchid Pharma Ltd) है।अगर इस शेयर पर मिले रिटर्न की बात करें अगर किसी निवेशक ने स्टॉक में 4 महीने पहले 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज वह रकम 69 लाख रुपये से ज्यादा की होती। विश्लेषक ऑर्किड फार्मा लिमिटेड के शेयरों की तुलना रुचि सोया से कर रहे हैं।
इस फार्मा कंपनी ने पिछले कुछ महीनों में स्टॉक एक्सचेंज में जबर्दस्त परफॉर्मेंस दिखाया है। ऑर्किड फार्मा के शेयरों में नवंबर 2020 से आज तक यानी बीते 4 महीनों में करीब 6900% से ज्यादा की तेजी आ चुकी है।
Orchid Pharma में Dhanuka Labs की हिस्सेदारी 98.04% है और इसमें वित्तीय संस्थानों की हिस्सेदारी 1.19% है, जबकि रिटेल इनवेस्टर्स के पास कंपनी के सिर्फ 0.5% शेयर हैं। कंपनी के स्टॉक्स की इसी शॉर्टेज की वजह से इसकी कीमतों में इतनी तेज उछाल आई है। इससे पहले पतंजलि की कंपनी रुचि सोया (Ruchi Soya) और दिवालिया हो चुकी कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज (Alok Industries) के साथ भी यही हुआ था। Ruchi Soya जब लिस्ट हुई थी तो फरवरी, 2020 में इसकी कीमत केवल 21.55 रुपये थी जो 26 जून को 1,519.55 रुपये पर पहुंच गई।
दिवालिया घोषित होने के बाद ऑर्किड फार्मा को एनसीएलटी के कहे जाने के मुताबिक धानुका लैब (Dhanuka Lab) ने खरीदा और 3 नवंबर 2020 को दोबारा इसे शेयर को एक्सचेंज में लिस्ट कराया। तब से लेकर अब तक कंपनी के शेयर में गिरावट नहीं आई। ऑर्किड फार्मा के शेयर में मंगलवार को 59.30 रुपये यानी 5 फीसदी की तेजी के साथ 1,245.30 रुपये पर अपर सर्किट लगा है।ऑर्किड फार्मा लिमिटेड की दोबारा लिस्ट होने के बाद ज्यादातर कंपनी के शेयर पर अपर सर्किट लगा है।
3 नवंबर 2020 को जब दोबारा कंपनी के शेयर को लिस्ट किया गया तब कंपनी के शेयर की कीमत 18 रुपये थी और आज इसकी कीमत 1,245 रुपये पर पहुंच गई है। मार्च 2020 में कंपनी की रेवेन्यू 505.45 करोड़ रुपये था और कंपनी को 149.84 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं, इस वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 102.63 करोड़ रुपये रहा और 45.33 करोड़ का घाटा हुआ। इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में तेजी जारी है।